मैं, राहुल, 23 साल का जवान लड़का, दिल्ली की एक पॉश कॉलोनी में अपनी बड़ी बहन, प्रिया, के साथ रहता था। मेरा मस्कुलर जिस्म और 8 इंच का मोटा लंड कॉलेज की लड़कियों को दीवाना बना देता था, लेकिन मेरी नजरें हमेशा प्रिया दीदी पर टिकी रहती थीं। प्रिया दीदी, 26 साल की, एक ऐसी लड़की थीं, जिनका जिस्म किसी को भी पागल कर दे। उनकी टाइट ड्रेस में उभरे रसीले बूब्स, पतली कमर और गोल नितंब मेरे लंड में हर बार आग लगा देते थे। उनकी गहरी आँखें और रसीले होंठ जैसे चूमने की खुली दावत दे रहे हों। हमारे मम्मी-पापा गोवा में सेटल थे, और हम दोनों इस फ्लैट में अकेले रहते थे।
प्रिया दीदी और मेरा रिश्ता हमेशा खुला और मजाकिया रहा था, लेकिन पिछले कुछ महीनों से उनकी शरारती मुस्कान और मेरे जिस्म को घूरने वाली नजरें मेरे मन में वासना जगा रही थीं। मैंने कई बार नोटिस किया कि जब मैं नहाकर टॉवल में बाहर आता, तो दीदी की नजरें मेरे मस्कुलर सीने और पैंट में उभरे लंड पर ठहर जाती थीं। उनकी वो चमकती आँखें और हल्की सी मुस्कान मेरी चूत को गीला कर देती थी। मुझे यकीन था कि दीदी की टाइट चूत मेरे मोटे लंड की भूखी थी।
वो एक नवंबर की ठंडी रात थी। दिल्ली में हल्की बारिश हो रही थी, और फ्लैट का माहौल मंद रोशनी और सॉफ्ट म्यूजिक से रोमांटिक हो गया था। मैं और दीदी लिविंग रूम में सोफे पर बैठे थे, एक रोमांटिक मूवी देख रहे थे। दीदी ने एक पतली सी ब्लैक नाइटी पहनी थी, जो उनके जिस्म से चिपक रही थी। उनके बूब्स नाइटी में साफ उभर रहे थे, और उनकी टाइट चूत की शेप उनकी पैंटी में दिख रही थी। मैंने सिर्फ एक शॉर्ट्स और टी-शर्ट पहनी थी, और मेरा लंड पहले से ही तनाव में था।
मूवी में एक रोमांटिक सीन चल रहा था, और दीदी ने मेरे कंधे पर सिर रख दिया। “राहुल, ये मूवी कितनी रोमांटिक है,” उन्होंने फुसफुसाते हुए कहा, और उनकी साँसें मेरे गले पर महसूस हो रही थीं। मैंने उनकी आँखों में देखा और कहा, “दीदी, तुम्हारे साथ ये मूमेंट और रोमांटिक हो गया है।” दीदी ने शरारती मुस्कान दी और बोलीं, “राहुल, तेरा लंड मेरी चूत को रोमांटिक बनाने के लिए बेताब लग रहा है।” उनकी बात सुनकर मेरा लंड मेरे शॉर्ट्स में तन गया।
मैंने हिम्मत जुटाई और दीदी को अपनी बाहों में खींच लिया। मैंने उनके रसीले होंठों को अपने होंठों से चूस लिया, और वो चुंबन इतना गहरा और रोमांटिक था कि मेरे जिस्म में बिजली सी दौड़ गई। दीदी ने मेरी टी-शर्ट उतार दी और मेरे मस्कुलर सीने पर अपने नाखून फिराए। “राहुल, तेरा जिस्म तो किसी हीरो जैसा है,” उन्होंने फुसफुसाया, और मेरे सीने पर अपने होंठ फिराए। मैंने उनकी नाइटी का स्ट्रैप नीचे खींचा, और उनके बूब्स उनकी लाल लेस ब्रा में कैद थे, जैसे बाहर निकलने को बेताब हों। मैंने उनकी ब्रा उतार दी, और उनके रसीले बूब्स मेरे सामने थे, गोल और टाइट।
मैंने उनके निप्पल्स को अपने मुँह में लिया, उन्हें चूसते और हल्के से काटते हुए। दीदी की सिसकारियाँ कमरे में गूँज उठीं। “हाँ, राहुल… और जोर से… मेरे बूब्स को चूस,” उन्होंने सिसकारी भरे लहजे में कहा। मैंने उनके बूब्स को अपने हाथों में लिया और जोर-जोर से दबाने लगा, जैसे मेरी सारी वासना उनके जिस्म में उतर रही हो। दीदी ने मेरे शॉर्ट्स उतार दिए, और मेरा 8 इंच का मोटा लंड उनके सामने तनकर खड़ा था। “ये लंड तो मेरी चूत को फाड़ देगा, राहुल,” उन्होंने शरारत से कहा, और मेरे लंड को अपने मुँह में लिया। उनकी जीभ मेरे लंड पर लपलपाती रही, और मेरी सिसकारियाँ तेज हो गईं। “दीदी, तेरा मुँह मेरे लंड को पागल कर रहा है,” मैंने सिसकते हुए कहा, और उनके बालों को कसकर पकड़ लिया।
मैंने दीदी की नाइटी और पैंटी उतार दी, और उनकी टाइट चूत मेरे सामने थी, गीली और गुलाबी, जैसे कोई नशीला फूल। मैंने अपनी जीभ उनकी चूत पर फिराई, और दीदी की चीखें कमरे में गूँज उठीं। “राहुल, मेरी चूत को चाट… और गहरा,” उन्होंने चिल्लाया, और अपनी टाँगें मेरे कंधों पर रख दीं। मैंने अपनी जीभ उनकी चूत की गहराइयों में डाली, और उनका रस मेरे मुँह में बहने लगा। मैंने उनके क्लिट को चूसा, और दीदी की कमर उछलने लगी।
मैंने दीदी को सोफे से उठाया और बेडरूम में ले गया। हमारा बेडरूम मंद रोशनी, मखमली चादरों और बारिश की फुहारों से सजा था, जो माहौल को और रोमांटिक बना रहा था। मैंने दीदी को बेड पर लिटाया और उनकी टाँगें फैलाकर अपने मोटे लंड को उनकी टाइट चूत में डाला। दीदी चीख पड़ीं, “राहुल, तेरा लंड मेरी चूत को चीर रहा है!” मैंने धीरे-धीरे धक्के मारना शुरू किया, और उनकी सिसकारियाँ तेज हो गईं। “और जोर से, राहुल… मेरी चूत को फाड़ दे,” उन्होंने चीखते हुए कहा। मैंने अपनी रफ्तार बढ़ाई, और हर धक्के के साथ उनके बूब्स उछल रहे थे। मैंने उनके निप्पल्स को अपने मुँह में लिया, उन्हें चूसते और काटते हुए, और दीदी की चीखें और तेज हो गईं।
मैंने उन्हें पलट दिया और डॉगी स्टाइल में चोदना शुरू किया। मेरा मोटा लंड उनकी टाइट चूत में इतनी गहराई तक जा रहा था कि हमारे जिस्म एक-दूसरे में घुल गए। “हाँ, राहुल… और गहरा… मेरी चूत को रगड़ दे,” दीदी चिल्ला रही थीं। मैंने उनके नितंबों को थपथपाया, और उनकी चीखें और तेज हो गईं। मैंने उनके बाल पकड़े और उन्हें और जोर से चोदा, जैसे मेरी सारी वासना उनकी चूत में उतर रही हो।
पूरी रात, हमने एक-दूसरे के जिस्म को चखा। मैंने दीदी को बेड के हर कोने में चोदा—कभी उनकी चूत को, कभी उनके बूब्स को चूसते हुए, और कभी उनके नितंबों को सहलाते हुए। दीदी ने मेरे मोटे लंड को बार-बार अपने मुँह में लिया, और उनकी जीभ ने मुझे पागल कर दिया। “राहुल, तेरा लंड मेरी चूत का राजा है,” उन्होंने सिसकारी भरे लहजे में कहा, और मुझे और जोर से चोदने के लिए उकसाया।
रात के तीन बजे, जब बारिश और तेज हो गई, दीदी ने मेरे लंड को फिर से अपने हाथ में लिया। “ये अभी भी तना हुआ है,” उन्होंने शरारत से कहा, और उसे फिर से चूसने लगीं। मैंने उन्हें अपनी गोद में बिठाया और फिर से चोदना शुरू किया। इस बार, दीदी ऊपर थीं, और उनकी कमर हर धक्के के साथ लय में हिल रही थी। “तेरी टाइट चूत मेरे लंड को निचोड़ रही है, दीदी,” मैंने कहा, और उन्होंने अपनी रफ्तार और बढ़ा दी। उनके बूब्स मेरे चेहरे के सामने उछल रहे थे, और मैंने उन्हें चूसते हुए दीदी को और जोर से चोदा।
जब सुबह की पहली किरण खिड़की से छनकर आई, हम दोनों नंगे, पसीने से लथपथ, एक-दूसरे की बाहों में लिपटे थे। दीदी ने मेरे सीने पर सिर रखा और फुसफुसाया, “राहुल, तूने इस रोमांटिक रात को मेरी चूत के लिए यादगार बना दिया।” मैंने उनकी आँखों में देखा और कहा, “दीदी, तेरी टाइट चूत ने मेरे लंड को अपना दीवाना बना लिया।”
दीदी ने मेरे होंठों पर एक गहरा चुंबन लिया, अपनी नाइटी पहनी, और एक मादक मुस्कान के साथ बोलीं, “राहुल, जब भी बारिश होगी, हमारा ये रोमांटिक मूड फिर जागेगा। मेरी चूत तेरा इंतज़ार करेगी।” मैंने उनकी कमर पकड़ी और कहा, “तो मेरा मोटा लंड हर बारिश में हाजिर रहेगा, दीदी।”
जैसे ही दीदी बेडरूम से बाहर निकलीं, उन्होंने पलटकर देखा और एक शरारती पलक झपकी। “ये रात हमारी थी, राहुल। लेकिन ये रोमांटिक खेल कभी खत्म नहीं होगा।” मैं जानता था, प्रिया दीदी की टाइट चूत की आग मेरे मोटे लंड में हर रात सुलगती रहेगी, और हमारा ये रोमांटिक मूड फ्लैट की दीवारों में हमेशा गूँजता रहेगा।