मुंबई की एक चमचमाती रात थी, जब रिया, 26 साल की, गोरी, लंबे रेशमी बालों वाली, और कातिलाना फिगर वाली हॉट लड़की, अपने ब्वॉयफ्रेंड अर्जुन के साथ उसके लग्ज़री अपार्टमेंट में थी। रिया की टाइट ब्लैक ड्रेस उसके भरे हुए बूब्स और गोल गांड को उभार रही थी, और उसकी गहरी आँखों में कामवासना की चमक साफ़ दिख रही थी। अर्जुन, 29 साल का, मज़बूत जिस्म और आकर्षक मुस्कान वाला मर्द था, जिसका लंड रिया की हॉटनेस देखकर हमेशा तन जाता था। लेकिन उस रात रिया की कामवासना इतनी बेकरार थी कि वो और चुदना चाहती थी, पूरी तरह संतुष्ट होने तक।
अर्जुन ने रिया को वाइन ऑफर की, और दोनों सोफे पर बैठकर बारिश की बूँदों को खिड़की पर गिरते देख रहे थे। मद्धम लाइट्स और हल्का म्यूज़िक माहौल को कामुक बना रहा था। “क्या बात है, रिया? आज तू कुछ ज़्यादा हॉट लग रही है,” अर्जुन ने हँसते हुए कहा, और उसका लंड उसकी जीन्स में हलचल करने लगा। रिया ने अपने होंठ चाटे और जवाब दिया, “अर्जुन, मेरी चूत इतनी बेकरार है कि मैं और चुदना चाहती हूँ। मुझे संतुष्ट करो।” उसकी बात ने अर्जुन के लंड को तुरंत सख्त कर दिया, और उसने रिया को अपनी बाहों में खींच लिया।
अर्जुन ने रिया के होंठों को चूमा, पहले धीरे, फिर गहराई से, उसकी जीभ को चूसते हुए। रिया की चूत में एक सिहरन दौड़ गई, और उसने अर्जुन की शर्ट में उंगलियाँ डालकर उसे और करीब खींच लिया। “तेरे होंठ कितने रसीले हैं,” अर्जुन ने फुसफुसाया, और रिया ने जवाब दिया, “तो मेरी चूत का स्वाद भी ले लो।” उसकी बात ने अर्जुन के लंड को और बेकरार कर दिया। उसने रिया की ड्रेस का ज़िप खोला, और उसकी काली ब्रा में कैद भारी चूचियाँ देखकर उसका लंड जीन्स में उछलने लगा।
अर्जुन ने रिया की ब्रा का हुक खोला, और उसके बूब्स आज़ाद हो गए। उसने उन्हें कस के दबाया, उनके निप्पल्स को चूसा, और हल्के से काटा। “तेरी चूचियाँ कितनी मस्त हैं,” अर्जुन ने कराहते हुए कहा, और रिया की सिसकियाँ कमरे में गूंजने लगीं। उसने अपनी जांघें चौड़ी कीं, और अर्जुन ने उसकी ड्रेस के ऊपर से उसकी चूत को सहलाया, जो पहले ही गीली हो चुकी थी। “तेरी चूत कितनी गर्म है,” उसने कहा, और रिया ने सिसकते हुए जवाब दिया, “तो अपने लंड से इसे और गर्म कर दे।”
रिया ने अर्जुन की जीन्स खोली, और उसका सख्त लंड बाहर आया। “वाह, तेरा लंड तो मोटा है,” रिया ने सेक्सी अंदाज़ में कहा, और उसे अपने हाथों में लेकर सहलाया। उसने अर्जुन के लंड को अपने होंठों से चूमा, फिर धीरे-धीरे चूसना शुरू किया। अर्जुन की सिसकियाँ निकलने लगीं, और उसने रिया के बाल पकड़कर उसे और गहरे तक चूसने को कहा। रिया की जीभ उसके लंड पर नाच रही थी, और उसकी चूत में चुदाई की प्यास बढ़ रही थी।
अर्जुन ने रिया को बिस्तर पर ले जाकर लिटाया और उसकी ड्रेस पूरी तरह उतार दी। उसकी काली पैंटी उसकी गीली चूत से चिपक चुकी थी। उसने पैंटी उतारी और अपनी उंगलियाँ रिया की चूत में डालीं, उसे धीरे-धीरे रगड़ते हुए। “तेरी चूत कितनी टाइट और गर्म है,” अर्जुन ने फुसफुसाया, और रिया ने कराहते हुए कहा, “तो अपने मोटे लंड से मुझे चोद, मुझे संतुष्ट करो।” अर्जुन ने अपने लंड को रिया की चूत पर रगड़ा और धीरे से अंदर डाल दिया। रिया की एक हल्की सी चीख निकली, क्योंकि अर्जुन का लंड उसकी चूत को पूरा भर रहा था।
अर्जुन ने रिया की चूत में अपने लंड को धीरे-धीरे अंदर-बाहर करना शुरू किया। हर धक्के के साथ रिया की चूचियाँ उछल रही थीं, और उसकी सिसकियाँ कमरे में गूंज रही थीं। “हाँ, मेरी चूत को चोद, और ज़ोर से,” रिया ने फुसफुसाया, और अर्जुन ने अपनी रफ्तार बढ़ा दी। उसका लंड रिया की चूत की गहराई को छू रहा था, और उसकी गांड हर धक्के के साथ बिस्तर पर रगड़ रही थी। रिया ने अपनी जांघें और चौड़ी कीं, जैसे अर्जुन के लंड को और गहरे तक बुला रही हो।
तभी अर्जुन का दोस्त, करण, 30 साल का, मज़बूत जिस्म और शरारती मुस्कान वाला मर्द, अपार्टमेंट में आया। उसने दरवाज़ा खुला देखा और अंदर आ गया। रिया की नंगी चूचियाँ और चुदाई देखकर उसका लंड तन गया। “रिया, मुझे भी मज़ा चाहिए,” करण ने हँसते हुए कहा, और रिया ने एक सेक्सी मुस्कान के साथ जवाब दिया, “आ जा, मेरी चूत और गांड दोनों तैयार हैं। मैं और चुदना चाहती हूँ।” अर्जुन ने हँसते हुए करण को पास बुलाया, और दोनों ने रिया को अपनी भूख का शिकार बनाया।
करण ने रिया की गांड को कस के पकड़ा और उसे थप्पड़ मारा। “तेरी गांड कितनी मस्त है,” उसने कहा, और अपनी उंगलियाँ रिया की गांड के छेद पर फेरी। उसने धीरे से अपनी उंगली अंदर डाली, और रिया की सिसकी और तेज़ हो गई। “मेरी गांड भी चोद,” उसने कराहते हुए कहा। अर्जुन ने रिया की चूत में अपने लंड को और तेज़ी से चलाया, जबकि करण ने अपने लंड को रिया की गांड पर रगड़ा और धीरे से अंदर डाला। रिया की चीख अब एक कामुक संगीत बन चुकी थी।
रिया के जिस्म में दो लंड एक साथ थे—अर्जुन का लंड उसकी चूत चोद रहा था, और करण का लंड उसकी गांड। उसकी चूचियाँ हवा में उछल रही थीं, और उसने दोनों को कस के पकड़ लिया। “हाँ, मेरी चूत और गांड को चोदो, मुझे संतुष्ट करो,” उसने सिसकते हुए कहा। अर्जुन ने रिया के होंठों को फिर से चूमा, उसकी जीभ को चूसते हुए, जबकि करण ने उसकी चूचियाँ दबाईं और उन्हें चूसा। रिया का जिस्म पसीने और चुदाई की गर्मी से गीला हो चुका था।
तभी अर्जुन का कज़िन, विक्रम, 32 साल का, अनुभवी और मज़बूत मर्द, अपार्टमेंट में आया। उसने रिया की चुदाई देखकर अपना मोटा लंड पकड़ लिया। “रिया, मुझे भी बुला ले,” उसने गहरी आवाज़ में कहा, और रिया ने उसे एक सेक्सी नज़र दी। “विक्रम, मेरे बूब्स और मुँह बाकी हैं, मैं और चुदना चाहती हूँ,” उसने कहा। विक्रम ने अपनी पैंट उतारी और अपना मोटा लंड रिया के मुँह में डाल दिया। रिया ने उसे चूसना शुरू किया, उसकी जीभ से उसके मोटे लंड को सहलाते हुए।
अर्जुन अब रिया की चूत को ज़ोर-ज़ोर से चोद रहा था, उसका लंड हर धक्के में उसकी चूत की गहराई को छू रहा था। करण ने उसकी गांड में अपने लंड को और गहरे तक धकेला, और रिया की सिसकियाँ चीखों में बदल गईं। विक्रम ने रिया के बाल पकड़कर अपने मोटे लंड को उसके मुँह में और गहरे तक डाला, और रिया ने उसे चूसते हुए सिसकियाँ भरीं। “तेरे मुँह में मेरा मोटा लंड कितना अच्छा लग रहा है,” विक्रम ने कराहते हुए कहा।
चुदाई का ये खेल घंटों चला। रिया की चूत, गांड, और मुँह तीनों मर्दों के लंड से भरे थे। अर्जुन ने रिया की चूत में अपने लंड को और तेज़ी से चलाया, और आखिरकार उसकी चूत में अपनी गर्मी छोड़ दी। करण ने उसकी गांड को चोदते हुए अपने लंड का रस उसकी गांड में छोड़ा। विक्रम ने रिया के मुँह से अपना मोटा लंड निकाला और उसकी चूचियों पर अपनी गर्मी बिखेर दी। रिया का जिस्म पसीने, चुदाई, और तृप्ति से गीला था।
उस रात रिया ने तीनों को एक सेक्सी मुस्कान दी और फुसफुसाया, “तुम लोगों ने मुझे पूरी तरह संतुष्ट कर दिया। मेरी चूत और गांड अब तृप्त हैं।” अर्जुन, करण, और विक्रम ने उसे अपनी बाहों में लिया, और बारिश की ठंडी रात में उनकी चुदाई की गर्मी सुबह तक बाकी थी। रिया ने हँसते हुए कहा, “अर्जुन, अगली बार और मज़ा चाहिए, मैं फिर चुदना चाहूँगी।”