जवान भांजे रवि ने अपनी सेक्सी मामी शालिनी को चोदकर प्रेग्नेंट कर दिया, जब उसका पति उसे संतुष्ट नहीं कर पाया। चूचियां, गांड, और तीखी चुदाई से भरी ये देसी कहानी आपके दिल में आग लगा देगी। रवि और शालिनी की इस कामुक चुदाई की कहानी पढ़ें और जुनून में डूब जाएं!
मैं रवि, 23 साल का जवान और तगड़ा लड़का, जिसका सांवला रंग, मांसल बदन, और गहरी आँखें औरतों को ललचाती थीं। मैं कॉलेज में पढ़ता था और छुट्टियों में अपनी मामी शालिनी के घर जाता था। शालिनी 32 साल की थी, गोरी-चिट्टी, भारी चूचियां, पतली कमर, और मटकती गांड वाली हसीना। उसकी टाइट साड़ी में उसकी चूचियां और गांड साफ उभरती थीं, और उसकी गहरी नाभि देखकर मेरा लंड तन जाता था। मामा जी की उम्र 45 साल थी, और वो शालिनी को संतुष्ट नहीं कर पाते थे। शालिनी की नजरें अक्सर मुझ पर ठहरती थीं, और मैं उसकी जवानी की प्यास भांप लेता था।
शालिनी मुझे देखकर शरमाती और अपनी साड़ी का पल्लू बार-बार गिरा देती। उसकी चूचियों की झलक देखकर मेरी चूत में आग लग जाती थी। मैं उसकी जवानी का दीवाना था, लेकिन वो मेरी मामी थी, और मैं रिश्ते की मर्यादा में बंधा था। फिर वो रात आई, जब शालिनी ने सारी हदें तोड़ दीं।
मामा जी एक हफ्ते के लिए बाहर गए थे, और मैं उनके घर पर ही रुका था। एक रात बारिश हो रही थी, और घर में सिर्फ मैं और शालिनी थे। उसने एक पतली सी नाइटी पहनी थी, जो उसके गीले जिस्म से चिपककर उसकी चूचियां और गांड को उघाड़ रही थी। वो मेरे कमरे में आई और बोली, “रवि, मुझे नींद नहीं आ रही, क्या मैं तुम्हारे पास लेट जाऊँ?” उसकी मादक आवाज ने मेरे लंड को तनाव दे दिया।
“हाँ, मामी, क्यों नहीं,” मैंने हिम्मत करके कहा और उसे अपने बिस्तर पर लिटा लिया। वो मेरे करीब आई और मेरी जांघ पर हाथ रख दिया। “रवि, तुम्हारे मामा मुझे खुश नहीं कर पाते,” उसने सिसकते हुए कहा और मेरे लंड को पायजामे के ऊपर से सहलाने लगी। मेरा लंड तन गया। “मामी, ये गलत है,” मैंने सिसकते हुए कहा, लेकिन मेरी नजरें उसकी चूचियों पर थीं। “रवि, मेरी चूत तुम्हारी जवानी की भूखी है,” उसने कामुक लहजे में कहा और मेरे होंठों पर अपने होंठ रख दिए।
उसका चुम्बन आग की तरह था। उसकी जीभ मेरी जीभ से उलझी, और उसने मेरे होंठों को चूस लिया। “रवि, तेरे होंठ मेरी चूत में तड़प मचा रहे हैं,” शालिनी ने सिसकारी भरे अंदाज में कहा और मेरी कमर को जकड़ लिया। मैंने उसकी नाइटी को एक झटके में फाड़ दिया। उसकी गोरी चूचियां नंगी हो गईं, उनके भूरे निप्पल्स तनकर खड़े थे। “मामी, तेरी चूचियां तो अमृत की कटोरी हैं,” मैंने ललचाते हुए कहा और उसकी चूचियों को अपने मजबूत हाथों में भरा। मैंने उन्हें जोर-जोर से मसला, और उसकी सिसकियां कमरे में गूंज उठीं।
“हाय, रवि, मेरी चूचियां पिघल रही हैं!” उसने चिल्लाया और मेरी पीठ को नाखूनों से खरोंच दिया। मैंने उसके निप्पल्स को अपनी जीभ से चाटा और उन्हें चूसने लगा। उसकी चीखें तेज हो गईं। “चूसो, और जोर से!” उसने चिल्लाया और मेरे बालों को जकड़ लिया। मैंने उसकी पैंटी को फाड़कर फेंक दिया। उसकी चिकनी, गीली चूत मेरे सामने थी, उसका रस टपक रहा था। “मामी, तेरी चूत तो शहद का कुआं है,” मैंने कहा और अपनी उंगलियां उसकी चूत में डाल दीं। उसकी चूत इतनी गर्म थी कि मैं सिहर उठा।
“हाय, रवि, मेरी चूत जल रही है!” उसने चीखा और उसकी गांड उछलने लगी। मैंने उसकी चूत को अपनी जीभ से चाटा, मेरी जीभ उसके चूत के दाने को रगड़ रही थी। उसकी चीखें घर में गूंज रही थीं। “रवि, मेरी चूत चाट, इसे अपने प्यार से भिगो दे!” वो चिल्ला रही थी, और उसकी चूत रस से लबालब हो गई। मैंने दो उंगलियां उसकी चूत में डालीं और उसे जोर-जोर से चोदने लगा। उसकी सिसकियां सुख की चीखों में बदल गईं।
मैंने अपना पायजामा उतार दिया। मेरा मोटा, 9 इंच का लंड उसके सामने तनकर खड़ा था, उसकी नसें उभरी हुई थीं। शालिनी ने मेरे लंड को देखा, और उसकी आँखें वासना से चमक उठीं। “रवि, तेरा लंड तो मेरी चूत का बादशाह है!” उसने मादक अंदाज में कहा और मेरे लंड को अपने मुलायम हाथों में लिया। उसने मेरे लंड को प्यार से सहलाया और फिर अपने होंठों से उसे चूसने लगी। उसकी जीभ मेरे लंड के सिरे पर घूम रही थी, और मेरी सांसें रुक रही थीं। “मामी, तू मेरे लंड को स्वर्ग दिखा रही है,” मैंने गुर्राया और उसके बालों को जकड़ लिया।
उसने मेरे लंड को चूसकर गीला कर दिया और फिर बिस्तर पर लेट गई। उसकी चूत रस टपका रही थी, और उसकी मोटी गांड मेरे सामने थी। “रवि, मेरी प्यासी चूत में अपना मोटा लंड डाल और मुझे चोद!” उसने चीखा और अपनी टांगें फैला दीं। मैंने उसकी चूतड़ों पर थप्पड़ मारे और अपनी उंगलियां उसकी चूत में डालकर उसे और गीला किया। “मामी, तेरी चूत मेरे लंड की रानी है,” मैंने कहा और अपना मोटा लंड उसकी चूत में एक धक्के से पेल दिया।
उसकी चीख रात को चीर गई। “हाय मर गई! तेरा लंड मेरी चूत फाड़ देगा!” उसने चिल्लाया, लेकिन उसकी चूत मेरे लंड को लय में समा रही थी। मैंने उसकी चूचियों को पकड़ा और उसकी चूत को जोर-जोर से चोदने लगा। हर धक्के के साथ उसकी चूत रस छोड़ रही थी, और उसकी चीखें घर में गूंज रही थीं। “चोद मुझे, रवि! मेरी चूत को अपने लंड का गुलाम बना दे!” वो चिल्ला रही थी, और मेरा लंड उसकी चूत में तहलका मचा रहा था।
मैंने उसे बिस्तर से उठाया और दीवार के सहारे खड़ा किया। मैंने उसकी एक टांग उठाई और उसकी चूत में फिर से अपना लंड डाला। उसकी चूचियां उछल रही थीं, और उसकी चूत मेरे लंड को जकड़ रही थी। “रवि, तेरा लंड मेरी चूत की जिंदगी है!” उसने चीखा और मेरे होंठों को चूसने लगी। मैंने उसकी चूत में गहरे धक्के मारे और उसकी चूतड़ों को जोर-जोर से मसला। “मामी, तेरी चूत मेरे लंड की जन्नत है,” मैंने गुर्राया और उसकी चूत में और गहरा धक्का मारा।
अब मेरी नजर उसकी मटकती गांड पर थी। मैंने उसे बिस्तर पर उल्टा लिटाया और उसकी गांड को अपने सामने देखकर पागल हो गया। “मामी, तेरी गांड तो मखमल है,” मैंने मस्ती भरे अंदाज में कहा और उसकी गांड पर थप्पड़ मारे। मैंने उसकी चूत का रस अपनी उंगलियों से लिया और उसकी टाइट गांड के छेद को गीला किया। “रवि, मेरी गांड में मत डाल, मैं टूट जाऊंगी!” उसने सिसकते हुए कहा, लेकिन उसकी गांड मेरे लंड की भूखी थी।
मैंने अपने लंड को उसकी चूत के रस से चिकना किया और धीरे से उसकी टाइट गांड में डाला। उसकी चीख रात को चीर गई। “हाय राम! तेरा लंड मेरी गांड चीर देगा!” उसने चिल्लाया, लेकिन उसकी गांड अब मेरे लंड को लय में ले रही थी। मैंने उसकी चूचियों को पीछे से पकड़ा और उसकी गांड को जोर-जोर से चोदा। हर धक्के के साथ उसकी चूत रस टपका रही थी, और उसकी गांड मेरे लंड को निगल रही थी। “चोद मेरी गांड, रवि! मेरी चूत और गांड दोनों तेरे लंड की दीवानी हैं!” वो चिल्ला रही थी।
रात के 2 बजे थे, और बारिश की बूंदें हमारी चुदाई का संगीत बनी थीं। मैंने उसे अपनी गोद में उठाया और बिस्तर के किनारे चोदने लगा। उसकी चूचियां उछल रही थीं, और उसकी चूत मेरे लंड को जकड़ रही थी। “रवि, तू मेरी चूत और गांड का सुल्तान है,” उसने सिसकते हुए कहा और मेरे होंठों को चूसने लगी। मेरा लंड अब फटने को था। मैंने उसकी चूत में आखिरी धक्का मारा और अपना गर्म माल उसकी चूत में उड़ेल दिया। उसकी चूत रस और माल से लबालब हो गई, और उसकी सिसकियां सुख की लहरों में डूब गईं।
हम दोनों पसीने से तर बिस्तर पर गिर पड़े, हमारी सांसें एक-दूसरे में उलझी थीं। मैंने उसकी चूचियों को सहलाया और बोला, “मामी, तूने मुझे जन्नत दिखा दी।” उसने मेरे लंड को चूमा और बोली, “रवि, तूने मेरी जवानी को पूरा कर दिया।”
प्रेग्नेंसी का खुलासा
कुछ हफ्तों बाद, शालिनी को उल्टियां होने लगीं। डॉक्टर ने बताया कि वो प्रेग्नेंट है। मामा जी को शक नहीं हुआ, क्योंकि वो सालों से उसे संतुष्ट नहीं कर पाए थे। शालिनी ने मुझे गले लगाया और बोली, “रवि, ये हमारा प्यार है।” मैंने उसे चूमा और वादा किया कि मैं हमेशा उसके और हमारे बच्चे के साथ रहूंगा।
एक चटपटा ट्विस्ट
कुछ महीनों बाद, शालिनी की सहेली, मेघा, हमारे घर आई। एक रात, जब मैं और शालिनी चुदाई कर रहे थे, मेघा ने हमें देख लिया। उसने हंसते हुए कहा, “रवि, मुझे भी मजे चाहिए!” मैंने मेघा की चूत में अपना लंड डाला, और शालिनी ने उसकी चूचियां चूसीं। हम तीनों ने मिलकर ऐसी चुदाई की कि बिस्तर चरमरा उठा। “चोदो हमें, रवि! हमारी चूत और गांड दोनों ले लो!” वे चिल्ला रही थीं। उस रात, हमने अनोखा सुख पाया।
रातों का जुनून
अब मैं और शालिनी हर रात चुदाई का उत्सव मनाते। एक बार, मेघा का भाई, रोहन, भी हमारी चुदाई में शामिल हो गया। मैंने शालिनी की चूत चोदी, और रोहन ने मेघा की गांड मारी। हम चारों ने मिलकर ऐसी चुदाई की कि घर की दीवारें कांप उठीं। “चोदो हमें, रवि! हमारी चूत और गांड तेरे मोटे लंड की भूखी हैं!” वे चिल्ला रही थीं।
मामी को चोदकर प्रेग्नेंट करने की इस घटना ने मुझे जन्नत दिखा दी। मैं दिन में उसका भांजा था, और रात में उसका मालिक। उसकी चूत और गांड की प्यास हर रात बुझती थी, और मैं अपनी जवानी का पूरा मजा ले रहा था।