Brother Sister Sex Story : दिल्ली की एक सर्द रात थी, जब हवा में ठंडक और सन्नाटा एक साथ छाया हुआ था। प्रिया, एक 22 साल की जवान और सेक्सी लड़की, अपने मम्मी-पापा के साथ रहती थी, लेकिन उस रात घर में सिर्फ़ वह और उसका कजिन भैया, रोहन, थे। रोहन, 28 साल का मज़बूत और हैंडसम लड़का, दिल्ली में अपनी नौकरी के सिलसिले में कुछ दिनों के लिए प्रिया के घर आया था। प्रिया को हमेशा से रोहन की मर्दाना शख्सियत और उसकी गहरी नज़रें आकर्षित करती थीं, लेकिन उसने कभी इस खींचाव को खुलकर जाहिर नहीं किया था। मगर कल रात, सब कुछ बदल गया।
प्रिया ने उस रात एक टाइट रेड टॉप और शॉर्ट्स पहने थे, जो उसकी गोरी जाँघों और उभरे हुए चूचों को और सेक्सी बना रहे थे। रात के खाने के बाद, दोनों लिविंग रूम में बैठकर नेटफ्लिक्स पर एक मूवी देख रहे थे। मूवी में एक हॉट सीन आया, और प्रिया ने शरारती अंदाज़ में रोहन की ओर देखा। “भैया, तुम्हें ऐसी हॉट चीज़ें पसंद हैं क्या?” उसने हँसते हुए पूछा। रोहन ने एक गहरी साँस ली और उसकी ओर देखकर बोला, “प्रिया, तू खुद इतनी हॉट है कि मेरा लंड तुझे देखकर ही तन रहा है।”
प्रिया की साँसें एक पल के लिए रुक गईं। उसकी आँखों में एक शरारती चमक थी, और उसने अपने टॉप की नेकलाइन को हल्का सा नीचे खींचा, जिससे उसकी क्लीवेज साफ़ दिखने लगी। “भैया, अगर इतना ही मन है, तो पास क्यों नहीं आते?” उसने फुसफुसाते हुए कहा, उसकी आवाज़ में एक नशीली उत्तेजना थी। रोहन की आँखों में एक जंगली भूख जाग उठी। वह सोफे पर प्रिया के और करीब सरक गया और उसकी जाँघ पर अपना मज़बूत हाथ रख दिया। उसकी उंगलियाँ धीरे-धीरे प्रिया की चूत की ओर बढ़ने लगीं, और प्रिया की देह में एक सिहरन दौड़ गई।
“प्रिया, तू सचमुच ये चाहती है?” रोहन ने अपनी गहरी आवाज़ में पूछा, लेकिन प्रिया ने जवाब देने की बजाय अपने होंठ रोहन के होंठों से मिला दिए। उनका चुम्बन इतना गहरा और जुनूनी था कि कमरे की हवा गर्म हो गई। प्रिया की जीभ रोहन की जीभ से उलझी, और उसने अपने हाथ रोहन की टी-शर्ट के नीचे डाल दिए। “भैया, मुझे तेरे लंड की सैर चाहिए… आज रात तू मेरी चूत फाड़ दे,” प्रिया ने बेशर्मी से कहा, उसकी आँखों में एक जंगली चमक थी।
रोहन ने प्रिया का टॉप एक झटके में उतार दिया। उसकी काली ब्रा में कैद चूचे अब रोहन के सामने थे, और उसने बिना देर किए उसकी ब्रा खींचकर उतार दी। प्रिया के सख्त निप्पल चाँदनी में चमक रहे थे। रोहन ने अपनी टी-शर्ट और जीन्स उतार फेंकी, और उसका तना हुआ मोटा लंड प्रिया के सामने था। प्रिया की नज़रें उसके लंड पर ठहर गईं, और उसने अपने होंठ चाटे। “भैया, तेरा लंड तो बिल्कुल वैसा है जैसा मैंने सपनों में देखा था,” उसने हँसते हुए कहा और उसका लंड अपने हाथ में ले लिया। उसकी उंगलियाँ रोहन के लंड को सहलाने लगीं, और वह धीरे-धीरे उसे मुँह में लेने लगी।
“आह… प्रिया, तेरा मुँह तो जन्नत है,” रोहन ने सिसकारते हुए कहा। प्रिया ने अपने होंठ रोहन के लंड के टोपे पर फेरे, और उसकी जीभ उसकी नसों पर नाचने लगी। रोहन के हाथ प्रिया के चूचों पर गए, और वह उन्हें ज़ोर-ज़ोर से दबाने लगा। प्रिया की सिसकारियाँ कमरे में गूँज रही थीं, “भैया… आह… मेरी चूत को छू… इसे गीला कर दे।” रोहन ने प्रिया की शॉर्ट्स और पैंटी एक साथ उतार दी, और उसकी चिकनी, गीली चूत उसके सामने थी।
रोहन ने अपनी उंगलियाँ प्रिया की चूत पर फेरीं, और उसका रस उसकी उंगलियों पर चिपक गया। “तेरी चूत तो पहले से ही टपक रही है, प्रिया,” रोहन ने कहा, और उसने अपनी जीभ प्रिया की चूत के दाने पर रख दी। प्रिया की चीख निकली, “आह… भैया, चाट ले मेरी चूत को… और ज़ोर से!” रोहन की जीभ अब प्रिया की चूत की गहराइयों में थी, और उसका रस उसके मुँह में बह रहा था। प्रिया की टाँगें काँप रही थीं, और वह रोहन के बालों को ज़ोर से खींच रही थी।
प्रिया ने रोहन को सोफे पर धकेला और उसकी टाँगें फैलाकर उसके ऊपर बैठ गई। उसने रोहन के लंड को अपनी चूत पर रगड़ा, और धीरे-धीरे उसे अंदर लिया। “आह… भैया, तेरा लंड मेरी चूत को फाड़ रहा है,” उसने कराहते हुए कहा। रोहन ने प्रिया की चूतड़ पकड़ लिए और उसे ज़ोर-ज़ोर से ऊपर-नीचे करने लगा। हर धक्के के साथ प्रिया की चूत रोहन के लंड को निगल रही थी, और उनकी चुदाई की आवाज़ कमरे में गूँज रही थी। प्रिया के चूचे हवा में उछल रहे थे, और रोहन ने उन्हें अपने हाथों में दबोच लिया।
“चोद मुझे, भैया… मेरी चूत को रगड़ दे!” प्रिया चिल्लाई, और रोहन ने अपनी रफ़्तार बढ़ा दी। उसका लंड प्रिया की चूत की गहराइयों में जा रहा था, और प्रिया की सिसकारियाँ अब चीखों में बदल गई थीं। रोहन ने प्रिया को पलटा और उसे डॉगी स्टाइल में लिटा दिया। उसने प्रिया की गांड पर एक चपत मारी और बोला, “तेरी ये सेक्सी गांड… इसे भी चोदना चाहता हूँ।” प्रिया ने हँसते हुए कहा, “मार ले मेरी गांड, भैया… आज सब तेरा है।”
रोहन ने अपनी उंगलियाँ प्रिया की चूत के रस से गीली कीं और उसकी टाइट गांड में डालीं। प्रिया की सिसकारी निकली, लेकिन उसने अपनी गांड को और पीछे धकेला। रोहन ने अपने लंड को प्रिया की गांड के छेद पर रखा और धीरे-धीरे अंदर धकेला। “आह… भैया, तेरा लंड मेरी गांड को चीर रहा है!” प्रिया ने चीखते हुए कहा, लेकिन उसकी आवाज़ में सुख की लहर थी। रोहन ने धीरे-धीरे अपनी रफ़्तार बढ़ाई, और उसका लंड प्रिया की गांड में अंदर-बाहर होने लगा। प्रिया की चूत से रस टपक रहा था, और उसकी चूतड़ रोहन की जाँघों से टकरा रही थीं।
उनकी चुदाई अब अपने चरम पर थी। प्रिया ने रोहन को फिर से पलटा और उसकी गोद में बैठ गई। उसने अपने चूचों को रोहन के मुँह में ठूँस दिया और बोली, “चूस ले इन्हें, भैया… मेरे निप्पल को काट ले!” रोहन ने प्रिया के निप्पल को अपने दाँतों से हल्के से काटा, और प्रिया की चीख निकली। उसने अपनी चूत को रोहन के लंड पर ज़ोर-ज़ोर से रगड़ा, और हर धक्के के साथ उसकी चूत और गीली हो रही थी। रोहन की साँसें अब भारी हो रही थीं, और उसने प्रिया की चूतड़ को कसकर पकड़ लिया।
“प्रिया, मैं झड़ने वाला हूँ… तेरी चूत मेरे लंड को निचोड़ रही है,” रोहन ने कराहते हुए कहा। प्रिया ने अपनी रफ़्तार और बढ़ा दी और बोली, “मेरे अंदर झड़, भैया… मुझे तेरा गर्म रस चाहिए!” रोहन ने एक ज़ोरदार धक्का मारा, और उसका गर्म रस प्रिया की चूत में भर गया। प्रिया भी उसी पल झड़ गई, और उसकी चूत का रस रोहन के लंड पर बहने लगा। दोनों हाँफते हुए एक-दूसरे की बाहों में गिर पड़े, उनकी देहें पसीने और रस से चिपचिपी थीं।
उस रात के बाद, प्रिया और रोहन का रिश्ता एक नया मोड़ ले चुका था। हर बार जब प्रिया अपने भैया को देखती, उसकी आँखें उस रात की गर्मी को याद करती थीं। रोहन की मज़बूत बाहें और उसका मोटा लंड प्रिया के लिए एक नशा बन गया था। अगली सुबह, जब प्रिया किचन में कॉफी बना रही थी, रोहन ने पीछे से उसकी कमर पकड़ ली और फुसफुसाया, “कल रात की चुदाई तो बस शुरुआत थी, प्रिया।” प्रिया ने हँसते हुए कहा, “भैया, मेरी चूत अभी भी तेरे लंड की तड़प में है।”
उनकी चुदाई की वो रात उनके बीच का एक अनकहा राज़ बन गई। हर बार जब घर में सन्नाटा छाता, उनकी साँसें फिर से गर्म हो उठती थीं। प्रिया की चूत और रोहन का लंड एक-दूसरे के लिए बने थे, और उनकी चुदाई की कहानी हर रात नया रंग लेती थी।