मैं राहुल, 25 साल का जवान और तगड़ा लड़का, जिसका गठीला बदन और गहरी आँखें लड़कियों को दीवाना बना देती थीं। मेरा एक करीबी दोस्त, अमित, था, जो मेरे साथ कॉलेज में पढ़ता था। हम दोनों की दोस्ती गहरी थी, और मैं अक्सर उसके घर जाता था। अमित की एक छोटी बहन थी, प्रिया, जो 21 साल की थी। प्रिया गोरी-चिट्टी, भारी चूचियां, पतली कमर, और मटकती गांड वाली हसीना थी। उसकी टाइट टॉप और जींस में उसकी चूचियां और गांड साफ उभरती थीं, और उसकी गहरी नाभि देखकर मेरा लंड तन जाता था।
प्रिया मुझे देखकर हमेशा मुस्कुराती और थोड़ा शरमा जाती। उसकी शरारती नजरें मेरे लंड को ललचाती थीं। मैं उसकी चूचियों को चुपके-चुपके ताड़ता, और मेरी चूत उसकी जवानी की भूखी थी। लेकिन वो मेरे दोस्त की बहन थी, और मैं रिश्ते की मर्यादा में बंधा था। फिर वो दिन आया, जब प्रिया ने सारी हदें तोड़ दीं।
एक दिन अमित को अपने ऑफिस के काम से बाहर जाना पड़ा, और उसने मुझे अपने घर रुकने को कहा ताकि प्रिया अकेली न रहे। मैं खुशी-खुशी मान गया। उस रात बारिश हो रही थी, और घर में सिर्फ मैं और प्रिया थे। प्रिया ने एक पतली नाइटी पहनी थी, जो उसके गीले जिस्म से चिपककर उसकी चूचियां और गांड को उभार रही थी। वो मेरे पास सोफे पर बैठ गई और बोली, “राहुल भैया, आपको बारिश पसंद है?” उसकी मादक आवाज ने मेरी चूत में करंट दौड़ा दिया।
“हाँ, प्रिया, लेकिन तू आज बहुत हॉट लग रही है,” मैंने हिम्मत करके कहा और उसकी जांघ पर हाथ रख दिया। प्रिया की सांसें तेज हो गईं। “राहुल भैया, मैं भी आपको पसंद करती हूँ,” उसने सिसकते हुए कहा और मेरे लंड को जींस के ऊपर से सहलाने लगी। मेरा लंड तन गया। “प्रिया, ये गलत है,” मैंने सिसकते हुए कहा, लेकिन मेरी नजरें उसकी चूचियों पर थीं। “राहुल भैया, मेरी चूत आपकी जवानी की भूखी है,” उसने कामुक लहजे में कहा और मेरे होंठों पर अपने होंठ रख दिए।
उसका चुम्बन तूफानी था। उसकी जीभ मेरी जीभ से उलझी, और उसने मेरे होंठों को चूस लिया। “राहुल, तेरे होंठ मेरी चूत में आग लगा रहे हैं,” प्रिया ने सिसकते हुए कहा और मेरी कमर को जकड़ लिया। मैंने उसकी नाइटी को एक झटके में फाड़ दिया। उसकी गोरी चूचियां नंगी हो गईं, उनके गुलाबी निप्पल्स तनकर खड़े थे। “प्रिया, तेरी चूचियां तो रसभरी हैं,” मैंने ललचाते हुए कहा और उसकी चूचियों को अपने मजबूत हाथों में भरा। मैंने उन्हें जोर-जोर से मसला, और उसकी सिसकियां घर में गूंज उठीं।
“हाय, राहुल, मेरी चूचियां तेरे हाथों में पिघल रही हैं!” उसने चिल्लाया और मेरी पीठ को नाखूनों से खरोंच दिया। मैंने उसके निप्पल्स को अपनी जीभ से चाटा और उन्हें चूसने लगा। उसकी चीखें तेज हो गईं। “चूसो, और जोर से!” उसने चिल्लाया और मेरे बालों को जकड़ लिया। मैंने उसकी पैंटी को फाड़कर फेंक दिया। उसकी चिकनी, गीली चूत मेरे सामने थी, उसका रस टपक रहा था। “प्रिया, तेरी चूत तो आग का गोला है,” मैंने कहा और अपनी उंगलियां उसकी चूत में डाल दीं। उसकी चूत इतनी गर्म थी कि मैं सिहर उठा।
“हाय, राहुल, मेरी चूत तेरे लिए जल रही है!” उसने चीखा और उसकी गांड उछलने लगी। मैंने उसकी चूत को अपनी जीभ से चाटा, मेरी जीभ उसके चूत के दाने को रगड़ रही थी। उसकी चीखें घर में गूंज रही थीं। “राहुल, मेरी चूत चाट, इसे अपने प्यार से भिगो दे!” वो चिल्ला रही थी, और उसकी चूत रस से लबालब हो गई। मैंने दो उंगलियां उसकी चूत में डालीं और उसे जोर-जोर से चोदने लगा। उसकी सिसकियां सुख की चीखों में बदल गईं।
मैंने अपनी जींस और शर्ट उतार दी। मेरा मोटा, 8 इंच का लंड उसके सामने तनकर खड़ा था, उसकी नसें उभरी हुई थीं। प्रिया ने मेरे लंड को देखा, और उसकी आँखें वासना से चमक उठीं। “राहुल, तेरा लंड तो मेरी चूत का राजा है!” उसने मादक अंदाज में कहा और मेरे लंड को अपने मुलायम हाथों में लिया। उसने मेरे लंड को प्यार से सहलाया और फिर अपने होंठों से उसे चूसने लगी। उसकी जीभ मेरे लंड के सिरे पर घूम रही थी, और मेरी सांसें रुक रही थीं। “प्रिया, तू मेरे लंड को स्वर्ग दिखा रही है,” मैंने गुर्राया और उसके बालों को जकड़ लिया।
उसने मेरे लंड को चूसकर गीला कर दिया और फिर सोफे पर लेट गई। उसकी चूत रस टपका रही थी, और उसकी मोटी गांड मेरे सामने थी। “राहुल, मेरी गर्म चूत में अपना मोटा लंड डाल और मुझे चोद!” उसने चीखा और अपनी टांगें फैला दीं। मैंने उसकी चूतड़ों पर थप्पड़ मारे और अपनी उंगलियां उसकी चूत में डालकर उसे और गीला किया। “प्रिया, तेरी चूत मेरे लंड की रानी है,” मैंने कहा और अपना मोटा लंड उसकी चूत में एक धक्के से पेल दिया।
उसकी चीख रात को चीर गई। “हाय मर गई! तेरा लंड मेरी चूत फाड़ देगा!” उसने चिल्लाया, लेकिन उसकी चूत मेरे लंड को लय में समा रही थी। मैंने उसकी चूचियों को पकड़ा और उसकी चूत को जोर-जोर से चोदने लगा। हर धक्के के साथ उसकी चूत रस छोड़ रही थी, और उसकी चीखें घर में गूंज रही थीं। “चोद मुझे, राहुल! मेरी चूत को अपने लंड का गुलाम बना दे!” वो चिल्ला रही थी, और मेरा लंड उसकी चूत में तहलका मचा रहा था।
मैंने उसे सोफे से उठाया और बेडरूम में ले गया। वहाँ मैंने उसे दीवार के सहारे खड़ा किया और उसकी एक टांग उठाकर उसकी चूत में फिर से अपना लंड डाला। उसकी चूचियां उछल रही थीं, और उसकी चूत मेरे लंड को जकड़ रही थी। “राहुल, तेरा लंड मेरी चूत की जिंदगी है!” उसने चीखा और मेरे होंठों को चूसने लगी। मैंने उसकी चूत में गहरे धक्के मारे और उसकी चूतड़ों को जोर-जोर से मसला। “प्रिया, तेरी चूत मेरे लंड की जन्नत है,” मैंने गुर्राया और उसकी चूत में और गहरा धक्का मारा।
अब मेरी नजर उसकी मटकती गांड पर थी। मैंने उसे बिस्तर पर उल्टा लिटाया और उसकी गांड को अपने सामने देखकर पागल हो गया। “प्रिया, तेरी गांड तो मखमल है,” मैंने मस्ती भरे अंदाज में कहा और उसकी गांड पर थप्पड़ मारे। मैंने उसकी चूत का रस अपनी उंगलियों से लिया और उसकी टाइट गांड के छेद को गीला किया। “राहुल, मेरी गांड में मत डाल, मैं टूट जाऊंगी!” उसने सिसकते हुए कहा, लेकिन उसकी गांड मेरे लंड की भूखी थी।
मैंने अपने लंड को उसकी चूत के रस से चिकना किया और धीरे से उसकी टाइट गांड में डाला। उसकी चीख रात को चीर गई। “हाय राम! तेरा लंड मेरी गांड चीर देगा!” उसने चिल्लाया, लेकिन उसकी गांड अब मेरे लंड को लय में ले रही थी। मैंने उसकी चूचियों को पीछे से पकड़ा और उसकी गांड को जोर-जोर से चोदा। हर धक्के के साथ उसकी चूत रस टपका रही थी, और उसकी गांड मेरे लंड को निगल रही थी। “चोद मेरी गांड, राहुल! मेरी चूत और गांड दोनों तेरे लंड की दीवानी हैं!” वो चिल्ला रही थी।
रात के 1 बजे थे, और बारिश की बूंदें हमारी चुदाई का संगीत बनी थीं। मैंने उसे अपनी गोद में उठाया और बिस्तर के किनारे चोदने लगा। उसकी चूचियां उछल रही थीं, और उसकी चूत मेरे लंड को जकड़ रही थी। “राहुल, तू मेरी चूत और गांड का सुल्तान है,” उसने सिसकते हुए कहा और मेरे होंठों को चूसने लगी। मेरा लंड अब फटने को था। मैंने उसकी चूत में आखिरी धक्का मारा और कंडोम में अपना गर्म माल उड़ेल दिया। उसकी चूत रस से लबालब हो गई, और उसकी सिसकियां सुख की लहरों में डूब गईं।
हम दोनों पसीने से तर बिस्तर पर गिर पड़े, हमारी सांसें एक-दूसरे में उलझी थीं। मैंने उसकी चूचियों को सहलाया और बोला, “प्रिया, तूने मुझे जन्नत दिखा दी।” उसने मेरे लंड को चूमा और बोली, “राहुल, जब तक तू यहाँ है, मेरी चूत और गांड की प्यास बुझाता रह।”
एक तड़कता ट्विस्ट
कुछ दिन बाद, अमित को हमारे रिश्ते का पता चला। मैं डर गया, लेकिन प्रिया ने हंसते हुए कहा, “भैया, राहुल मेरा सच्चा प्यार है।” अमित ने गुस्से में मुझसे बात बंद कर दी, लेकिन प्रिया मेरे साथ चली आई। एक रात, हमने एक होटल में रुककर फिर से चुदाई की। मैंने उसकी चूत और गांड को चोदा, और उसकी चीखें होटल के कमरे में गूंज रही थीं। “चोद मुझे, राहुल! मेरी चूत और गांड तेरे लंड की भूखी हैं!” वो चिल्ला रही थी। उस रात, हमने अपने प्यार और चुदाई का जश्न मनाया।
रातों का जुनून
अब प्रिया और मैं हर रात चुदाई का उत्सव मनाते। एक बार, प्रिया की सहेली, नेहा, भी हमारे साथ शामिल हो गई। मैंने प्रिया की चूत चोदी, और नेहा की गांड मारी। हम तीनों ने मिलकर ऐसी चुदाई की कि बिस्तर टूटने की कगार पर आ गया। “चोदो हमें, राहुल! हमारी चूत और गांड तेरे मोटे लंड की भूखी हैं!” वे चिल्ला रही थीं।
दोस्त की बहन की चुदाई ने मुझे जन्नत दिखा दी। मैं दिन में उसका भाई था, और रात में उसका मालिक। उसकी चूत और गांड की प्यास हर रात बुझती थी, और मैं अपनी जवानी का पूरा रंग जमा रहा था।