Friends Mother Hindi Sex Story : अपने दोस्त की सेक्सी माँ रेखा को देखकर जवान लड़के रजत की वासना भड़क उठी, और उसने रेखा की गर्म चूत को अपने मोटे लंड से ठंडा कर दिया। चूचियां, गांड, और जोशीली चुदाई से भरी ये देसी कहानी आपके दिल में आग लगा देगी। रजत और रेखा की इस कामुक चुदाई की कहानी पढ़ें और मस्ती में डूब जाएं
मैं रजत, 21 साल का जवान और तगड़ा लड़का, जिसका सांवला रंग, गठीला बदन, और चमकीली आँखें औरतों को ललचाती थीं। मेरा एक करीबी दोस्त, अजय, था, जो मेरे साथ कॉलेज में पढ़ता था। मैं अक्सर उसके घर जाता था, जहाँ उसकी माँ, रेखा आंटी, रहती थीं। रेखा 42 साल की थी, लेकिन उनकी जवानी अभी भी बरकरार थी। गोरा रंग, भारी चूचियां, भरी हुई गांड, और पतली कमर—उनकी साड़ी में उनकी चूचियां और गांड साफ उभरती थीं। उनकी गहरी नाभि और हल्की मुस्कान देखकर मेरा लंड तन जाता था।
रेखा आंटी मुझे अपने बेटे की तरह मानती थीं, लेकिन उनकी नजरों में एक शरारत थी। वो जानबूझकर मेरे सामने अपनी साड़ी का पल्लू गिरा देतीं, और उनकी चूचियों की झलक देखकर मेरी चूत में आग लग जाती थी। मैं उनकी जवानी का दीवाना था, लेकिन वो मेरे दोस्त की माँ थीं, और मैं रिश्ते की मर्यादा में बंधा था। फिर वो रात आई, जब मैंने सारी हदें तोड़ दीं।
एक दिन अजय को अपने कॉलेज के टूर पर जाना पड़ा, और उसने मुझे अपने घर पर रुकने को कहा ताकि रेखा आंटी अकेली न रहें। मैं खुशी-खुशी मान गया। उस रात बिजली गुल थी, और घर में सिर्फ एक लालटेन की मद्धम रोशनी थी। रेखा आंटी ने एक पतली सी नाइटी पहनी थी, जो उनके जिस्म से चिपककर उनकी चूचियां और गांड को उभार रही थी। वो मेरे पास सोफे पर बैठीं और बोली, “रजत, तुम बहुत अच्छे लड़के हो, लेकिन मुझे अकेलापन खाए जा रहा है।” उनकी मादक आवाज ने मेरे लंड को तनाव दे दिया।
“आंटी, मैं आपके साथ हूँ ना,” मैंने हिम्मत करके कहा और उनकी जांघ पर हाथ रख दिया। रेखा आंटी की सांसें तेज हो गईं। “रजत, मैं बहुत दिनों से प्यासी हूँ,” उन्होंने सिसकते हुए कहा और मेरे लंड को पायजामे के ऊपर से सहलाने लगीं। मेरा लंड तन गया। “आंटी, ये गलत है,” मैंने सिसकते हुए कहा, लेकिन मेरी नजरें उनकी चूचियों पर थीं। “रजत, मेरी चूत तेरे लंड की भूखी है,” उन्होंने कामुक लहजे में कहा और मेरे होंठों पर अपने होंठ रख दिए।
उनका चुम्बन गर्म और रसीला था। उनकी जीभ मेरी जीभ से उलझी, और उन्होंने मेरे होंठों को चूस लिया। “रजत, तेरे होंठ मेरी चूत में आग लगा रहे हैं,” रेखा ने सिसकारी भरे अंदाज में कहा और मेरी कमर को जकड़ लिया। मैंने उनकी नाइटी को एक झटके में फाड़ दिया। उनकी गोरी चूचियां नंगी हो गईं, उनके भूरे निप्पल्स तनकर खड़े थे। “आंटी, तेरी चूचियां तो अमृत की कटोरी हैं,” मैंने ललचाते हुए कहा और उनकी चूचियों को अपने मजबूत हाथों में भरा। मैंने उन्हें जोर-जोर से मसला, और उनकी सिसकियां घर में गूंज उठीं।
“हाय, रजत, मेरी चूचियां पिघल रही हैं!” उन्होंने चिल्लाया और मेरी पीठ को नाखूनों से खरोंच दिया। मैंने उनके निप्पल्स को अपनी जीभ से चाटा और उन्हें चूसने लगा। उनकी चीखें तेज हो गईं। “चूसो, और जोर से!” उन्होंने चिल्लाया और मेरे बालों को जकड़ लिया। मैंने उनकी पैंटी को फाड़कर फेंक दिया। उनकी चिकनी, गीली चूत मेरे सामने थी, उसका रस टपक रहा था। “आंटी, तेरी चूत तो शहद का कुआं है,” मैंने कहा और अपनी उंगलियां उनकी चूत में डाल दीं। उनकी चूत इतनी गर्म थी कि मैं सिहर उठा।
“हाय, रजत, मेरी चूत जल रही है!” उन्होंने चीखा और उनकी गांड उछलने लगी। मैंने उनकी चूत को अपनी जीभ से चाटा, मेरी जीभ उनके चूत के दाने को रगड़ रही थी। उनकी चीखें घर में गूंज रही थीं। “रजत, मेरी चूत चाट, इसे अपने प्यार से भिगो दे!” वो चिल्ला रही थीं, और उनकी चूत रस से लबालब हो गई। मैंने दो उंगलियां उनकी चूत में डालीं और उन्हें जोर-जोर से चोदने लगा। उनकी सिसकियां सुख की चीखों में बदल गईं।
मैंने अपना पायजामा उतार दिया। मेरा मोटा, 8 इंच का लंड उनके सामने तनकर खड़ा था, उसकी नसें उभरी हुई थीं। रेखा ने मेरे लंड को देखा, और उनकी आँखें वासना से चमक उठीं। “रजत, तेरा लंड तो मेरी चूत का राजा है!” उन्होंने मादक अंदाज में कहा और मेरे लंड को अपने मुलायम हाथों में लिया। उन्होंने मेरे लंड को प्यार से सहलाया और फिर अपने होंठों से उसे चूसने लगीं। उनकी जीभ मेरे लंड के सिरे पर घूम रही थी, और मेरी सांसें रुक रही थीं। “आंटी, तू मेरे लंड को स्वर्ग दिखा रही है,” मैंने गुर्राया और उनके बालों को जकड़ लिया।
उन्होंने मेरे लंड को चूसकर गीला कर दिया और फिर सोफे पर लेट गईं। उनकी चूत रस टपका रही थी, और उनकी भरी हुई गांड मेरे सामने थी। “रजत, मेरी प्यासी चूत में अपना मोटा लंड डाल और मुझे चोद!” उन्होंने चीखा और अपनी टांगें फैला दीं। मैंने उनकी चूतड़ों पर थप्पड़ मारे और अपनी उंगलियां उनकी चूत में डालकर उसे और गीला किया। “आंटी, तेरी चूत मेरे लंड की रानी है,” मैंने कहा और अपना मोटा लंड उनकी चूत में एक धक्के से पेल दिया।
उनकी चीख रात को चीर गई। “हाय मर गई! तेरा लंड मेरी चूत फाड़ देगा!” उन्होंने चिल्लाया, लेकिन उनकी चूत मेरे लंड को लय में समा रही थी। मैंने उनकी चूचियों को पकड़ा और उनकी चूत को जोर-जोर से चोदने लगा। हर धक्के के साथ उनकी चूत रस छोड़ रही थी, और उनकी चीखें घर में गूंज रही थीं। “चोद मुझे, रजत! मेरी चूत को अपने लंड का गुलाम बना दे!” वो चिल्ला रही थीं, और मेरा लंड उनकी चूत में तहलका मचा रहा था।
मैंने उन्हें सोफे से उठाया और बेडरूम में ले गया। वहाँ मैंने उन्हें दीवार के सहारे खड़ा किया और उनकी एक टांग उठाकर उनकी चूत में फिर से अपना लंड डाला। उनकी चूचियां उछल रही थीं, और उनकी चूत मेरे लंड को जकड़ रही थी। “रजत, तेरा लंड मेरी चूत की जिंदगी है!” उन्होंने चीखा और मेरे होंठों को चूसने लगीं। मैंने उनकी चूत में गहरे धक्के मारे और उनकी चूतड़ों को जोर-जोर से मसला। “आंटी, तेरी चूत मेरे लंड की जन्नत है,” मैंने गुर्राया और उनकी चूत में और गहरा धक्का मारा।
अब मेरी नजर उनकी भरी हुई गांड पर थी। मैंने उन्हें बिस्तर पर उल्टा लिटाया और उनकी गांड को अपने सामने देखकर पागल हो गया। “आंटी, तेरी गांड तो मखमल है,” मैंने मस्ती भरे अंदाज में कहा और उनकी गांड पर थप्पड़ मारे। मैंने उनकी चूत का रस अपनी उंगलियों से लिया और उनकी टाइट गांड के छेद को गीला किया। “रजत, मेरी गांड में मत डाल, मैं टूट जाऊंगी!” उन्होंने सिसकते हुए कहा, लेकिन उनकी गांड मेरे लंड की भूखी थी।
मैंने अपने लंड को उनकी चूत के रस से चिकना किया और धीरे से उनकी टाइट गांड में डाला। उनकी चीख सितारों तक पहुंच गई। “हाय राम! तेरा लंड मेरी गांड चीर देगा!” उन्होंने चिल्लाया, लेकिन उनकी गांड अब मेरे लंड को लय में ले रही थी। मैंने उनकी चूचियों को पीछे से पकड़ा और उनकी गांड को जोर-जोर से चोदा। हर धक्के के साथ उनकी चूत रस टपका रही थी, और उनकी गांड मेरे लंड को निगल रही थी। “चोद मेरी गांड, रजत! मेरी चूत और गांड दोनों तेरे लंड की दीवानी हैं!” वो चिल्ला रही थीं।
रात के 1 बजे थे, और लालटेन की मद्धम रोशनी हमारी चुदाई की गवाह बन रही थी। मैंने उन्हें अपनी गोद में उठाया और बिस्तर के किनारे चोदने लगा। उनकी चूचियां उछल रही थीं, और उनकी चूत मेरे लंड को जकड़ रही थी। “रजत, तू मेरी चूत और गांड का सुल्तान है,” उन्होंने सिसकते हुए कहा और मेरे होंठों को चूसने लगीं। मेरा लंड अब फटने को था। मैंने उनकी चूत में आखिरी धक्का मारा और कंडोम में अपना गर्म माल उड़ेल दिया। उनकी चूत रस से लबालब हो गई, और उनकी सिसकियां सुख की लहरों में डूब गईं।
हम दोनों पसीने से तर बिस्तर पर गिर पड़े, हमारी सांसें एक-दूसरे में उलझी थीं। मैंने उनकी चूचियों को सहलाया और बोला, “आंटी, तूने मुझे जन्नत दिखा दी।” उन्होंने मेरे लंड को चूमा और बोली, “रजत, जब तक तू यहाँ है, मेरी चूत और गांड की प्यास बुझाता रह।”
एक चटपटा ट्विस्ट
कुछ दिन बाद, अजय को हमारे रिश्ते का पता चला। वो गुस्से में था, लेकिन रेखा ने उसे समझाया, “अजय, मैं अकेली थी, और रजत ने मेरा साथ दिया।” अजय ने हमें माफ कर दिया, और एक रात हम तीनों ने मिलकर मजे किए। मैंने रेखा की चूत चोदी, और अजय ने उनकी चूचियां चूसीं। उनकी चीखें घर में गूंज रही थीं। “चोद मुझे, रजत! मेरी चूत और गांड तेरे लंड की भूखी हैं!” वो चिल्ला रही थीं। उस रात, हमने अनोखा सुख पाया।
रातों का जुनून
अब मैं और रेखा हर रात चुदाई का उत्सव मनाते। एक बार, रेखा की सहेली, ममता, भी हमारे साथ शामिल हो गई। मैंने रेखा की चूत चोदी, और ममता की गांड मारी। हम तीनों ने मिलकर ऐसी चुदाई की कि बिस्तर टूटने की कगार पर आ गया। “चोदो हमें, रजत! हमारी चूत और गांड तेरे मोटे लंड की भूखी हैं!” वे चिल्ला रही थीं।
दोस्त की माँ की चुदाई ने मुझे जन्नत दिखा दी। मैं दिन में उनका बेटा था, और रात में उनका मालिक। उनकी चूत और गांड की प्यास हर रात बुझती थी, और मैं अपनी जवानी का पूरा मजा ले रहा था।