मेरा नाम माधुरी है, और मैं 27 साल की एक हॉट, चुदास भरी औरत हूँ। मेरा गोरा, भरा हुआ बदन, बड़ी-बड़ी चूचियाँ, गोल गांड, और पतली कमर हर मर्द के लंड में आग लगा देता है। मेरे रसीले होंठ और गीली चूत चुदाई का खुला न्योता देती है। पिछले साल मेरी शादी प्रकाश से हुई, जो 50 साल के हैं और उम्र के कारण उनका लंड मेरी चुदास को शांत नहीं कर पाता। उनका बेटा, मेरा सौतेला बेटा, रोहन, 22 साल का एक जवान, गठीला लड़का है। उसका 8 इंच का मोटा, काला लंड मेरी चूत में चुदास की सिहरन पैदा करता था। ये कहानी उस रात की है, जब छत पर रोहन ने मेरी चूत और गांड को चोदकर मेरी सेक्स की भूख मिटाई, और मैं चरम सुख में डूब गई।
कल रात की बात है। प्रकाश अपने दोस्त के यहाँ रुके थे, और घर पर सिर्फ मैं और रोहन थे। गर्मी की वजह से मैं छत पर सोने का फैसला किया। मैंने एक पतली, काली नाइटी पहनी थी, जो मेरी चूचियों और गांड के उभारों को पूरी तरह उजागर कर रही थी। नाइटी इतनी पतली थी कि मेरे सख्त निप्पल साफ दिख रहे थे, क्योंकि मैंने अंदर ब्रा या पैंटी नहीं पहनी थी। मेरी नंगी जाँघें चमक रही थीं, और मेरी चूत में चुदास सुलग रही थी। मैंने देखा था कि रोहन कई बार मेरे चूचों और गांड को घूरता था, और उसकी आँखों में मेरे लिए जंगली प्यास थी।
रात के 11 बजे थे। मैं छत पर चारपाई पर लेटी थी, और चाँदनी रात में मेरी चूचियाँ नाइटी में और उभर रही थीं। रोहन भी छत पर आया, और उसने सिर्फ एक टाइट बनियान और शॉर्ट्स पहने थे। उसकी शॉर्ट्स में उसके मोटे लंड का उभार साफ दिख रहा था, और मेरी चूत गीली होकर चमकने लगी। मैंने जानबूझकर अपनी नाइटी को थोड़ा ऊपर सरकाया, ताकि मेरी जाँघें और गीली चूत की झलक दिखे। रोहन की नजर मेरे चूचों और जाँघों पर अटक गई, और उसकी साँसें तेज हो गईं।
“माधुरी, तू आज रात बहुत हॉट लग रही है,” रोहन ने फुसफुसाया, उसकी आवाज में एक मादक, चुदास भरी तड़प थी।
“रोहन, तेरी ये शॉर्ट्स में उभरा लंड मेरी चूत को बेचैन कर रहा है,” मैंने शरारत से कहा, और अपनी जीभ से अपने रसीले होंठ चाट लिए। मेरे चूचे नाइटी में और तन गए, और रोहन की आँखें मेरी चूत की ओर फिसल गईं।
वह मेरे करीब आया और चारपाई पर बैठ गया। उसकी गर्म साँसें मेरे चेहरे को छूने लगीं। “माधुरी, मैं तेरी चूत और गांड को अपने लंड से चोदना चाहता हूँ,” उसने गुर्राते हुए कहा, और मेरी नाइटी को फाड़कर उतार दिया। मेरी बड़ी, नंगी चूचियाँ उसके सामने उछल पड़ीं, और मेरे निप्पल सख्त और गुलाबी थे। मेरी चिकनी, गीली चूत और गोल गांड उसके सामने नंगी थी, और मेरा चूत का रस मेरी जाँघों पर टपक रहा था।
रोहन ने मेरे एक चूचे को मुँह में लिया और जोर-जोर से चूसने लगा, जबकि उसकी उंगलियाँ मेरे दूसरे चूचे के निप्पल को मसल रही थीं। मेरी सिसकारी छत पर गूँज रही थी, और मैंने उसकी शॉर्ट्स के ऊपर से उसके मोटे लंड को पकड़ लिया। वह सख्त और गर्म था, और मेरी चूत चुदाई के लिए तड़प रही थी। मैंने उसकी बनियान और शॉर्ट्स उतार दी, और उसका 8 इंच का मोटा, काला लंड मेरे सामने तन गया। उसकी नसें फूली हुई थीं, और मेरी चूत में बिजली सी दौड़ गई।
“रोहन, तेरा लंड मेरी चूत को चोदने के लिए बना है,” मैंने मादहोश होकर कहा, और उसके लंड को अपने रसीले होंठों में लिया। मैं उसके काले लंड को गहराई तक चूस रही थी, और उसकी सिसकारियाँ निकल रही थीं। उसने मेरे बाल पकड़कर मेरा मुँह अपने लंड पर और जोर से दबाया, और मैं उसके लंड को चाट रही थी। मेरी चूत चुदाई के लिए पागल हो रही थी।
रोहन ने मुझे चारपाई पर लिटाया और मेरी जाँघें चौड़ी कीं। उसने मेरी चूत को अपनी जीभ से चाटना शुरू किया, और उसकी जीभ मेरी चूत के दाने को चूस रही थी। मैं अपनी गांड को हिलाकर उसका मुँह अपनी चूत में और गहरा दबा रही थी। उसने मेरी गांड के छेद को अपनी उंगली से सहलाया, और मेरी चूचियाँ हवा में उछल रही थीं। मेरी चूत से रस टपक रहा था, और मैं चुदास में चीख रही थी। “रोहन… मेरी चूत को चोद… मेरी भूख मिटा,” मैंने सिसकारी के साथ कहा।
उसने अपना मोटा, काला लंड मेरी गीली चूत में डाल दिया, और मैं चीख पड़ी। दर्द जल्दी ही मादक सुख में बदल गया, और वह जोर-जोर से धक्के मारने लगा। मेरे चूचे हर धक्के के साथ उछल रहे थे, और मैं अपनी गांड को हिलाकर उसका लंड और गहरा ले रही थी। “रोहन… मेरी चूत को फाड़ दे… और जोर से चोद,” मैंने चुदास में चीखते हुए कहा। उसने मेरे चूचियों को मसला, मेरे निप्पलों को चूसा, और मेरी चूत को अपने लंड से रगड़ने लगा। मेरी चूत से रस टपक रहा था, और उसका लंड मेरी चूत की गहराई तक जा रहा था।
उसने मुझे घोड़ी बनाया, और मेरी गोल गांड को थप्पड़ मारते हुए अपना लंड मेरी चूत में फिर से डाल दिया। उसका लंड मेरी चूत को चीर रहा था, और मैं चुदास में चीख रही थी। उसने मेरी गांड के छेद को अपनी उंगली से सहलाया, और फिर धीरे-धीरे अपना मोटा लंड मेरी गांड में डाल दिया। मैं दर्द और सुख में चीख पड़ी, लेकिन जल्दी ही मेरी गांड उसके लंड को गले लगाने लगी। वह मेरी गांड को जमकर चोद रहा था, और मेरे चूचे हवा में उछल रहे थे। “रोहन… मेरी गांड को चोद… मेरी चूत को भर दे,” मैंने चुदास में चीखते हुए कहा।
उसने मेरी चूत और गांड को बारी-बारी चोदा, और मेरी चूत बार-बार झड़ रही थी। मेरा रस उसकी जाँघों पर टपक रहा था। उसने मेरे चूचियों को मसला, मेरी गांड को थप्पड़ मारे, और मेरी चूत को अपने काले लंड से चोदते रहा। “माधुरी… मैं तेरी चूत में झड़ने वाला हूँ,” रोहन ने गुर्राते हुए कहा। “हाँ, रोहन… मेरी चूत को अपने वीर्य से भर दे,” मैंने चुदास में चीखते हुए कहा। उसने अपने धक्के और तेज किए, और फिर अपने गर्म, गाढ़े वीर्य को मेरी चूत में छोड़ दिया। मैं सुख से चीख पड़ी, और मेरी चूत उसके वीर्य से भर गई। उसने मेरे चूचियों और रसीले होंठों पर भी अपना वीर्य छोड़ा, और मैंने उसे अपनी जीभ से चाट लिया।
हम दोनों हाँफ रहे थे, और चाँदनी रात में हमारी साँसें एक-दूसरे से टकरा रही थीं। उस रात, हमने छत पर बार-बार चुदाई की। रोहन ने मेरी चूत, गांड, चूचे, और होंठों को अपने मोटे लंड से चोदा। मेरी सिसकारियाँ रात भर छत पर गूँजती रहीं, और मेरी चूत और गांड उसके वीर्य से चमक रही थी। सुबह तक मेरी चूत चुदाई से सुज गई थी, और मैं चरम सुख में डूब चुकी थी।
जब प्रकाश वापस आए, रोहन ने मुझे एक मादक मुस्कान दी। “माधुरी, तेरी चूत मेरे लंड की गुलाम है,” उसने फुसफुसाया। मैंने उसकी शॉर्ट्स के ऊपर से उसके लंड को सहलाया और कहा, “रोहन, जब भी प्रकाश घर पर न हों, मेरी चूत की भूख मिटाना।” मेरी चूत फिर से चुदाई के लिए तड़प उठी, और मैंने सोचा कि रोहन का लंड मेरी चुदास का असली साथी बन गया है।
अतिरिक्त पैराग्राफ 1:
उस रात के बाद, मेरी चूत और गांड रोहन के लंड की आदी हो गई थी। हर बार जब प्रकाश घर से बाहर जाते, मैं और रोहन छत पर चुदाई की आग में डूब जाते। एक शाम, जब बारिश की हल्की बूँदें छत पर बिखर रही थीं, मैंने एक पारदर्शी, गीली नाइटी पहनी, जो मेरे चूचों और गीली चूत को पूरी तरह उजागर कर रही थी। रोहन ने मुझे देखते ही अपनी बनियान फाड़ दी, और उसका मोटा, काला लंड तन गया। उसने मुझे बारिश में भीगती चारपाई पर लिटाया और मेरी चूत में अपना लंड डाल दिया। बारिश की बूँदें मेरे चूचों पर टपक रही थीं, और उसका लंड मेरी चूत को चीर रहा था। मैं चुदास में चीख रही थी, “रोहन… मेरी चूत को बारिश में चोद… इसे और सुजा दे!” उसने मेरी गांड को थप्पड़ मारे, मेरे निप्पलों को चूसा, और मेरी चूत को अपने वीर्य से फिर से भर दिया। मेरी चीखें बारिश की आवाज में दब गईं, और मेरी चूत उसकी चुदाई से लाल हो गई।
अतिरिक्त पैराग्राफ 2:
रोहन की चुदाई ने मेरी चुदास को एक नई ऊँचाई दी थी। एक रात, जब प्रकाश गहरी नींद में थे, रोहन चुपके से मेरे कमरे में आया। मैंने सिर्फ एक पतली चादर ओढ़ी थी, और मेरी नंगी चूचियाँ और गीली चूत उसके लिए तैयार थीं। उसने चादर हटाई और मेरे रसीले होंठों पर एक गहरा, अश्लील चुंबन छोड़ दिया। उसका मोटा लंड मेरी जाँघों से टकरा रहा था, और मैंने उसकी शॉर्ट्स उतार दी। उसने मुझे बिस्तर पर घोड़ी बनाया और मेरी गांड में अपना लंड डाल दिया। मेरी सिसकारियाँ दबाने के लिए मैंने तकिया मुँह में दबा लिया, लेकिन मेरी चूत और गांड उसकी चुदाई से थरथरा रही थी। “माधुरी, तेरा ये मस्त बदन मेरे लंड का गुलाम है,” उसने फुसफुसाया, और मेरी चूत को अपने वीर्य से भर दिया। उस रात, मेरी चूत और गांड उसकी चुदाई से सुज गई, और मैं चुदास में पागल हो गई।
अतिरिक्त पैराग्राफ 3:
रोहन और मेरी चुदाई अब एक गुप्त लत बन चुकी थी। हर मौके पर, चाहे दिन हो या रात, हम अपनी चुदास मिटाने के लिए जगह ढूँढ लेते। एक दोपहर, जब प्रकाश अपने ऑफिस में थे, मैं रसोई में खाना बना रही थी। मैंने एक टाइट, लाल टॉप और शॉर्ट स्कर्ट पहनी थी, जो मेरी चूचियों और गांड को उभार रही थी। रोहन ने मुझे पीछे से पकड़ लिया और मेरी स्कर्ट ऊपर उठाकर मेरी चूत में अपनी उंगलियाँ डाल दी। मेरी चूत गीली होकर टपक रही थी, और उसने मुझे काउंटर पर झुकाकर अपना मोटा लंड मेरी चूत में डाल दिया। मैं चुदास में सिसकार रही थी, “रोहन… मेरी चूत को चोद… इसे हर दिन चोद!” उसने मेरे चूचियों को मसला, मेरी गांड को थप्पड़ मारे, और मेरी चूत को अपने वीर्य से भर दिया। मेरी चूत और गांड उसकी चुदाई से चमक रही थी, और मैंने सोचा कि रोहन का लंड मेरी चुदास की हर भूख मिटा देगा।