शहर में मजे हैं आजकल: डिलीवरी बॉय के साथ मेरी सच्ची कहानी – हॉट हिंदी सेक्स कहानी : मैं रीना, 24 साल की जवान और हॉट लड़की, जो शहर की चकाचौंध में अपनी जवानी के रंग बिखेर रही थी। मेरी गोरी चमकती त्वचा, भारी-भरकम चूचियां, गोल-मटोल गांड, और कातिलाना मुस्कान किसी का भी लंड तनवा देती थी। मैं एक छोटे से फ्लैट में अकेली रहती थी, और ऑनलाइन शॉपिंग मेरा शौक था। हर हफ्ते कोई न कोई डिलीवरी बॉय मेरे दरवाजे पर आता, और मैं उनकी नजरों को अपने जिस्म पर चटखारे लेते देखकर मजे लेती। मगर एक डिलीवरी बॉय, राजू, ने मेरी चूत में ऐसी आग लगाई कि मैं खुद को रोक न सकी।
राजू, 23 साल का जवान, तगड़ा, और सांवला नौजवान था। उसकी चौड़ी छाती, मजबूत बाहें, और शरारती मुस्कान मुझे हर बार तड़पाती थी। वो मेरे फ्लैट में अक्सर पार्सल डिलीवर करने आता, और मेरी चूचियों को टाइट टॉप में देखकर उसकी आँखें चमक उठतीं। मैं जानबूझकर छोटे कपड़े पहनती, ताकि उसका लंड तन जाए। एक दिन, बारिश का मौसम था, और राजू मेरा पार्सल लेकर आया। वो पूरी तरह भीगा हुआ था, उसकी टी-शर्ट उसके जिस्म से चिपक गई थी, और उसकी मांसल जांघें मुझे ललचा रही थीं।
“राजू, इतनी बारिश में भीगे हुए हो, अंदर आओ, कॉफी पी लो,” मैंने शरारती लहजे में कहा, और उसे अपने फ्लैट में बुला लिया। मैंने एक टाइट शॉर्ट्स और क्रॉप टॉप पहना था, जो मेरी चूचियों और गहरी नाभि को उभार रहा था। राजू की नजरें मेरी चूचियों पर टिक गईं। “मैडम, आपकी खूबसूरती बारिश को भी भूलने पर मजबूर कर देती है,” उसने रूमानी लहजे में कहा, और मेरे पास सोफे पर बैठ गया। मेरा लंड उसके पैंट में तन गया।
“राजू, तू इतना तगड़ा है, कभी कोई लड़की तुझे तड़पाती है?” मैंने होंठ चाटते हुए पूछा, और उसकी जांघ पर हाथ रख दिया। मेरी चूत में रस की बूंदें टपकने लगीं। “मैडम, आप जैसी हॉट लड़की सामने हो, तो लंड तड़पने लगता है,” उसने गुर्राया, और मेरी कमर को जकड़ लिया। “राजू, मेरी चूत की गर्मी तुझे बुला रही है,” मैंने सिसकते हुए कहा, और उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए। उसका चूमन एक तूफान था, जिसमें मैं बह गई। उसकी जीभ मेरी जीभ से उलझी, और उसने मेरे होंठों को चूस लिया।
“मैडम, ये गलत है, मैं सिर्फ डिलीवरी बॉय हूं,” उसने सिसकते हुए कहा, मगर उसकी आँखें मेरी चूचियों को चाट रही थीं। “राजू, प्यार में गलत-सही कहां, और मेरी चूत तेरे लंड की भूखी है,” मैंने कामुक लहजे में कहा, और उसकी टी-शर्ट को फाड़ दिया। उसकी चौड़ी छाती चमक उठी, और मैंने उसकी छाती को चूम लिया। “उफ्फ, रीना, तेरे होंठ मेरे लंड में आग लगा रहे हैं,” राजू ने सिसकिया, और मेरी कमर को जकड़ लिया।
मैंने राजू के पैंट को खींचकर उतार दिया। उसका मोटा, 8 इंच का लंड मेरे सामने तनकर खड़ा था, उसकी नसें फूल रही थीं। “राजू, तेरा लंड तो मेरी चूत का मालिक है,” मैंने रूमानी लहजे में कहा, और उसके लंड को अपने नाजुक हाथों में लिया। मैंने उसके लंड को प्यार से सहलाया, और फिर अपने होंठों से उसे चूसने लगी। मेरी जीभ उसके लंड के टिप पर घूम रही थी, और राजू की सांसें रुक रही थीं। “रीना, तू मेरे लंड को जन्नत दिखा रही है,” उसने गुर्राया, और मेरे बालों को जकड़ लिया।
मैंने राजू के लंड को चूसकर गीला कर दिया, और फिर सोफे पर लेट गई। मेरी चूत रस टपका रही थी, और मेरी गांड उसके सामने थी। “राजू, मेरी प्यासी चूत में अपना मोटा लंड डाल, और मुझे जमकर चोद!” मैंने चिल्लाया, और अपनी गांड को ऊपर उठाया। राजू ने मेरी शॉर्ट्स और पैंटी को फाड़कर फेंक दिया। मेरी गोरी, गीली चूत उसके सामने चमक रही थी। “रीना, तेरी चूत तो आग का गोला है,” उसने कहा, और अपनी उंगलियां मेरी चूत में डाल दीं। मेरी चूत इतनी गर्म थी कि वो चीख पड़ा।
“हाय, राजू, मेरी चूत तेरे लिए तड़प रही है!” मैंने चिल्लाया, और मेरी गांड उछलने लगी। राजू ने मेरी चूत को अपनी जीभ से चाटा, उसकी जीभ मेरे चूत के दाने को सहला रही थी। मेरी चीखें फ्लैट में गूंज रही थीं। “राजू, मेरी चूत चाट, इसे अपने प्यार से भिगो दे!” मैं चिल्ला रही थी, और मेरी चूत रस से लबालब हो गई। उसने दो उंगलियां मेरी चूत में डालीं, और मुझे जोर-जोर से चोदने लगा। मेरी सिसकियां चरम सुख में बदल गईं।
राजू ने मेरी चूचियों को मेरे क्रॉप टॉप से आजाद किया। मेरी चूचियां नंगी हो गईं, उनके गुलाबी निप्पल्स तनकर खड़े थे। “रीना, तेरी चूचियां तो रस की कटोरी हैं,” उसने कामुक लहजे में कहा, और मेरी चूचियों को अपने मजबूत हाथों में भरा। उसने मेरी चूचियों को जोर-जोर से मसला, और मेरी सिसकियां चीखों में बदल गईं। “हाय, राजू, मेरी चूचियां तेरे हाथों में पिघल रही हैं,” मैंने सिसकिया, और उसकी पीठ को नाखूनों से खरोंचा।
उसने मेरे निप्पल्स को अपनी जीभ से चाटा, और उन्हें चूसने लगा। मेरी सिसकियां अब चीखों में बदल गईं। “राजू, मेरी चूचियां चूस, और जोर से!” मैंने चिल्लाया, और उसके बालों में उंगलियां फंसाईं। राजू ने मेरी चूत पर फिर से ध्यान दिया, और अपनी उंगलियां मेरी चूत में डालकर उसे और गीला किया। “रीना, तेरी चूत मेरे मोटे लंड की रानी है,” उसने कहा, और अपना मोटा लंड मेरी चूत में एक झटके में डाल दिया।
मेरी चीख फ्लैट को चीर गई। “हाय मर गई! तेरा मोटा लंड मेरी चूत फाड़ देगा!” मैंने चिल्लाया, मगर मेरी चूत अब उसके लंड को लय में ले रही थी। राजू ने मेरी चूचियों को पकड़ा, और मेरी चूत को जोर-जोर से चोदने लगा। हर धक्के के साथ मेरी चूत रस छोड़ रही थी, और मेरी चीखें फ्लैट में गूंज रही थीं। “चोद मुझे, राजू! मेरी चूत को अपने मोटे लंड का गुलाम बना दे!” मैं चिल्ला रही थी, और उसका लंड मेरी चूत में तूफान मचा रहा था।
राजू ने मुझे सोफे से उठाया, और दीवार के सहारे खड़ा किया। उसने मेरी एक टांग उठाई, और मेरी चूत में फिर से अपना लंड डाला। मेरी चूचियां उछल रही थीं, और मेरी चूत उसके लंड को जकड़ रही थी। “राजू, तेरा मोटा लंड मेरी चूत की जिंदगी है!” मैंने चीखा, और उसके होंठों को चूसने लगी। राजू ने मेरी चूत में गहरे धक्के मारे, और मेरी चूतड़ों को जोर-जोर से दबाया। “रीना, तेरी चूत मेरे मोटे लंड की जन्नत है,” उसने गुर्राया, और मेरी चूत में और गहरा धक्का मारा।
अब मेरी नजर राजू की मांसल गांड पर थी। मैंने उसे सोफे पर उल्टा लिटाया, और उसकी गांड को सहलाया। “राजू, मैं तेरी गांड भी चखूंगी,” मैंने शरारती लहजे में कहा, और उसकी गांड पर थप्पड़ मारे। मैंने अपनी चूत का रस अपनी उंगलियों से लिया, और उसकी टाइट गांड के छेद को गीला किया। “रीना, मेरी गांड में मत डाल, मैं टूट जाऊंगा!” राजू ने सिसकते हुए कहा, मगर मैंने उसकी बात अनसुनी कर दी। मैंने अपनी उंगलियां उसकी गांड में डालीं, और उसे धीरे-धीरे चोदा।
मैंने राजू को फिर से सीधा किया, और उसका लंड मेरी चूत में लिया। उसने मेरी गांड को थपथपाया, और मेरी चूत को फिर से चोदना शुरू किया। “चोद मुझे, राजू! मेरी चूत और गांड दोनों तेरे मोटे लंड की गुलाम हैं!” मैं चिल्ला रही थी। रात के 2 बज चुके थे, और बारिश की आवाज हमारी चुदाई का संगीत बन रही थी। राजू ने मुझे अपनी गोद में उठाया, और सोफे के किनारे चोदने लगा। मेरी चूचियां उछल रही थीं, और मेरी चूत उसके लंड को जकड़ रही थी।
“राजू, तू मेरी चूत और गांड का राजा है,” मैंने सिसकते हुए कहा, और उसके होंठों को चूसने लगी। उसका लंड अब फटने को था। राजू ने मेरी चूत में आखिरी धक्का मारा, और अपना गर्म माल मेरी चूत में उड़ेल दिया। मेरी चूत रस और माल से लबालब हो गई, और मेरी सिसकियां चरम सुख में बदल गईं। हम दोनों पसीने से तर-बतर सोफे पर गिर पड़े, हमारी सांसें एक-दूसरे में उलझी हुई थीं।
मैंने राजू के लंड को फिर से सहलाया, और बोली, “राजू, तूने मेरी चूत की गर्मी ठंडी कर दी।” राजू ने मेरी चूचियों को चूमा, और कहा, “रीना, तू मेरी रानी है। जब तक मैं डिलीवरी बॉय हूं, तेरी चूत की प्यास बुझाऊंगा।”
एक अनोखा ट्विस्ट
कुछ दिन बाद, राजू फिर से पार्सल लेकर आया। इस बार उसका दोस्त, मोहन, भी साथ था। मोहन भी जवान और तगड़ा था, और उसकी नजरें मेरी चूचियों पर टिक गईं। मैंने दोनों को अंदर बुलाया, और शरारती लहजे में कहा, “राजू, तेरा दोस्त भी तगड़ा है, क्या वो भी मजे दे सकता है?” राजू ने हंसकर कहा, “रीना, मोहन का लंड भी मेरे जितना मोटा है, आजमा लो।” मैंने अपनी साड़ी उतार दी, और दोनों के सामने नंगी हो गई।
राजू ने मेरी चूत में अपना लंड डाला, और मोहन ने मेरी गांड में। उनकी चुदाई ने मुझे जन्नत दिखा दी। मेरी चीखें फ्लैट में गूंज रही थीं। “चोदो मुझे, तुम दोनों! मेरी चूत और गांड दोनों ले लो!” मैं चिल्ला रही थी। उस रात, राजू और मोहन ने मेरी चूत और गांड की ऐसी चुदाई की कि मैं सुख से कांप उठी।
शहर के मजे का नया खेल
अब राजू और मोहन मेरे फ्लैट के नियमित मेहमान बन गए। हर बार जब वो पार्सल लेकर आते, मैं उनकी चुदाई का मजा लेती। एक बार, मेरी सहेली, प्रिया, ने हमें चुदाई करते देख लिया। मैंने उसे भी शामिल कर लिया, और उस रात हम चारों ने मिलकर प्रिया और मेरी चूत और गांड को चोदा। उनकी चीखें और सिसकियां फ्लैट में गूंज रही थीं। “चोदो हमें, राजू! हमारी चूत और गांड तेरे मोटे लंड की भूखी हैं!” हम चिल्ला रही थीं।
शहर की चकाचौंध में डिलीवरी बॉय के साथ मेरी चुदाई की सच्ची कहानी ने मुझे हर रात जन्नत दिखाई। मैं दिन में एक साधारण लड़की थी, और रात में राजू और मोहन की रानी। मेरी चूत और गांड की प्यास हर रात बुझती थी, और मैं अपनी जवानी का पूरा मजा ले रही थी।