आंटी घर बुलाकर चुदवाई – सेक्सी और एरोटिक कहानी

Aunty Sex Story: मेरा नाम राहुल है। मैं 22 साल का हूँ, एक जवान, सांवला लड़का, जिसका जिस्म जिम में तराशा हुआ है। मेरा 8 इंच का मोटा, काला लंड किसी भी चूत को पागल कर देता है, उसकी नसें उभरी हुई, और सुपारा लाल, चमकदार, जैसे किसी रसीली चूत को फाड़ने के लिए तैयार हो। मेरी चूत की भूख हमेशा तीव्र रहती थी, लेकिन मैं अभी तक कुंवारी चूत नहीं चोद पाया था। हमारे पड़ोस में रहती थी सविता आंटी, 40 साल की—एक सुंदर, सेक्सी औरत, जिसका गोरा, चिकना जिस्म, टाइट, मोटी चूचियाँ, और चौड़ी, गोल गांड किसी को भी लंड खड़ा कर देती थी। सविता आंटी की चूत हमेशा गीली, गरम और भूखी रहती थी, और मैंने कई बार उनकी टाइट चूचियों और चौड़ी गांड को देखकर सोचा, “काश सविता आंटी की चूत को चोद सकूँ… उनकी चूचियाँ चूस सकूँ, और उनकी गांड को फाड़ सकूँ!”

हमारा घर दिल्ली के एक मिडिल-क्लास मोहल्ले में था, जहाँ सुबह की हवा में देसी खुशबू घुली रहती थी। सविता आंटी हमारे घर के बगल में रहती थीं। उनके पति, मोहन अंकल, 45 साल के थे, लेकिन वो अक्सर टूर पर रहते थे। सविता आंटी अकेली रहती थीं, और उनकी आँखें मेरे लंड और जिस्म पर टिकती थीं। एक दिन मैं सुबह टहलते वक्त सविता आंटी से मिला। उन्होंने एक टाइट, लाल साड़ी पहनी थी, जिसमें उनकी टाइट, मोटी चूचियाँ उभर रही थीं, और उनकी चौड़ी, गोल गांड लचकती दिख रही थी। उनके निप्पल सख्त होकर ब्लाउज़ में उभर रहे थे, और उनकी चूत की गर्मी मेरी पैंट में मेरे लंड को तनने पर मजबूर कर रही थी। सविता आंटी बोलीं, “राहुल, आज मेरे घर आना… कुछ काम है।” मैंने सोचा, “क्या ये सच में सेक्स का न्योता है? मेरी लंड तो उनकी चूत के लिए तड़प रही है!”

शाम को मैं सविता आंटी के घर गया। उन्होंने मुझे हॉल में बिठाया, और एक ग्लास ठंडा पानी दिया। उनकी साड़ी का पल्लू हल्का नीचे सरक गया था, और उनकी टाइट, मोटी चूचियाँ ब्लाउज़ में कसकर उभर रही थीं। उनकी चौड़ी, गोल गांड साफ दिख रही थी, और मेरी लंड पैंट में सख्त हो गई। सविता आंटी बोलीं, “राहुल, तू तो माल है। मेरी चूत तुझसे तड़प रही है। तेरा मोटा लंड मेरी टाइट चूत को फाड़ देगा।” मेरी लंड और सख्त हो गई, और मैं सिसका, “आंटी, मेरी लंड भी तुझसे तड़प रही है। मेरी चूत को तेरी चूत चाहिए, बिना चुदे मैं नहीं रह सकता।”

सविता आंटी उठीं, और उनकी साड़ी का पल्लू गिर गया। उनकी टाइट, मोटी चूचियाँ ब्लाउज़ से बाहर निकलने को बेताब थीं, और उनकी चौड़ी, गोल गांड हिल रही थी। उन्होंने मेरी पैंट पर हाथ रखा, और मेरी लंड को छूते ही मेरी चूत टपकने लगी। वो बोलीं, “राहुल, आज मेरी टाइट चूत और चौड़ी गांड को तेरा मोटा लंड चोदेगा।” मैंने उनकी साड़ी और ब्लाउज़ फाड़ दिया। उनकी टाइट, मोटी चूचियाँ मेरे सामने नंगी हो गईं—गोल, सख्त, और निप्पल लाल, उभरे हुए। मैंने उनकी एक चूची को अपने मज़बूत, खुरदुरी हाथ में लिया और ज़ोर से दबाया। मेरी उंगलियाँ उनके निप्पल को मसल रही थीं, और मैंने उनकी चूची को अपने गर्म, गीली जीभ से चूमा। सविता आंटी सिसकीं, “आह… राहुल, मेरी टाइट चूचियाँ चूस डालो… फाड़ डालो इनको!” मैंने उनकी दूसरी चूची को अपने मुँह में लिया और चूसना शुरू किया। मेरी जीभ उनके निप्पल पर तेज़ी से घूम रही थी, और सविता आंटी ने मेरे बाल पकड़े, “राहुल, मेरी टाइट चूचियाँ फाड़ डालो… मेरी टाइट चूत गरम हो रही है!”

मैंने सविता आंटी की साड़ी, सलवार, और पैंटी उतारी। उनकी नंगी चूत मेरे सामने थी—गीली, गुलाबी, और टाइट, उसकी हर सिलवट पानी से चमक रही थी। उनकी चौड़ी, गोल गांड चिकनी, मोटी थी। मैंने अपनी उंगलियाँ उनकी चूत में डालीं, और वो चिल्लाईं, “आह… राहुल, मेरी टाइट चूत में आग लग रही है!” मैंने अपनी जीभ उनकी चूत पर फेरी, और वो पागल हो गईं। वो बोलीं, “चाट डालो… मेरी टाइट चूत को चूस डालो… इसे मोटा लंड दो!” मैंने उनकी चूत को अपने मुँह में लिया और चूसना शुरू किया। उनकी गर्म, गीली चूत का स्वाद मेरे मुँह में भर गया, और उनकी चूतड़ उछल रहे थे। मैं चीखा, “आंटी, तेरी टाइट चूत तो रसीली है… इसे आज मेरा मोटा लंड फाड़ेगा!”

मैंने अपनी पैंट उतारी। मेरा 8 इंच का मोटा, काला लंड बाहर लहराने लगा, नसें उभरी हुई और सुपारा लाल, चमकदार। सविता आंटी ने इसे देखा और बोलीं, “राहुल, तेरा मोटा लंड मेरी टाइट चूत फाड़ देगा!” मैं हँसा और बोला, “आंटी, आज तेरी टाइट चूत और चौड़ी गांड का भोसड़ा बनाऊँगा। तेरी चूत को मेरा मोटा लंड हार्डकोर से चोदेगा।” मैंने उन्हें सोफे पर लिटाया। उनकी टाँगें चौड़ी कीं, और मैंने अपना मोटा लंड उनकी टाइट चूत पर रगड़ा। उसका सुपारा उनकी टाइट चूत की फाँकों को चीर रहा था। सविता आंटी चिल्लाईं, “डाल दे, राहुल… मेरी टाइट चूत को फाड़ डाल!” मैंने एक ज़ोरदार झटका मारा, और मेरा मोटा लंड उनकी टाइट चूत में पूरा घुस गया। उनकी टाइट चूत टाइट थी, और वो चीख पड़ीं, “आह… मेरा हो गया… मेरी टाइट चूत फट गई!” मैंने हार्डकोर स्टाइल में ज़ोर-ज़ोर से धक्के मारे, और उनकी टाइट चूचियाँ उछल रही थीं। उनकी टाइट चूचियाँ हवा में लटककर हिल रही थीं, और मैंने उन्हें अपने मज़बूत हाथों में भर लिया। मैं सिसका, “आंटी, तेरी टाइट चूत तो रसीली है… इसे चोद-चोदकर फाड़ दूँगा!”

मैंने सविता आंटी को घोड़ी बनाया। उनकी चौड़ी, गोल गांड मेरे सामने थी, चिकनी, उभरी हुई, और रसीली। मैंने उनकी चूतड़ पर पाँच ज़ोरदार थप्पड़ मारे, और उनकी चूतड़ लाल होकर हिलने लगीं। मैं बोला, “आंटी, तेरी चौड़ी गांड भी चोदूँगा… इसे मेरे मोटा लंड से फाड़ दूँगा!” सविता आंटी सिसकीं, “चोद दे, राहुल… मेरी चौड़ी गांड फाड़ डाल… हार्डकोर से चोद!” मैंने अपने मोटा लंड पर थूक और तेल लगाया, फिर उनकी गांड में धीरे से डाला। उनकी चौड़ी गांड टाइट थी, और वो चीख पड़ीं, “आह… मेरी चौड़ी गांड फट गई!” मैंने हार्डकोर स्टाइल में ज़ोर-ज़ोर से धक्के मारे, और उनकी गांड को चोदा। उनकी टाइट चूचियाँ हिल रही थीं, और उनकी टाइट चूत टपक रही थी। मेरी चुदाई से उनका जिस्म काँप रहा था। वो चिल्लाईं, “राहुल, मेरी टाइट चूत और चौड़ी गांड दोनों हार्डकोर से फाड़ डाल… मुझे जन्नत दिखा!”

रात गहराई, और हमारी चुदाई का जुनून बढ़ता गया। मैंने सविता आंटी को बेडरूम में ले जाया। मैंने उन्हें बिस्तर पर पटका, और उनकी टाँगें अपने कंधों पर रख लीं। उनकी टाइट चूत और चौड़ी गांड दोनों मेरे सामने खुली थीं। मैंने उनकी टाइट चूत में मोटा लंड पेला, और वो चिल्लाईं, “आह… राहुल, मेरी टाइट चूत को हार्डकोर से चोद डाल… इसे फाड़ डाल!” मेरा मोटा लंड उनकी टाइट चूत की गहराई तक जा रहा था। मैंने उनकी टाइट चूचियाँ अपने मुँह में लिए और चूसने लगा। सविता आंटी सिसकीं, “चोद… और जोर से चोद… मेरी टाइट चूत और चौड़ी गांड दोनों हार्डकोर से फाड़ डालो!” मैंने उनकी चौड़ी गांड में उंगली डाली, और वो चीखीं, “मेरी चौड़ी गांड में मोटा लंड डाल, इसे हार्डकोर से भोसड़ा बना डाल!” मैंने उनकी गांड में मोटा लंड ठूंस दिया, और उनकी चीखें कमरे में गूँजने लगीं। मेरी हार्डकोर चुदाई से उनका जिस्म पागल हो गया।

मैंने सविता आंटी को बाथरूम में ले जाया। शावर चालू था, और पानी हमारे नंगे जिस्मों पर पड़ रहा था। उनकी टाइट चूचियाँ पानी से चमक रही थीं, और उनकी चौड़ी गांड गीली होकर और रसीली लग रही थी। मैंने उन्हें दीवार से सटाया और उनकी टाइट चूत में मोटा लंड पेला। वो चिल्लाईं, “आह… राहुल, मेरी टाइट चूत को हार्डकोर से चोद डाल… इसे फाड़ डाल!” मेरा मोटा लंड उनकी टाइट चूत की गहराई तक जा रहा था, और पानी उनकी टाइट चूचियों पर टपक रहा था। मैं बोला, “आंटी, तेरी टाइट चूत मेरे मोटा लंड की गुलाम है… इसे हार्डकोर से फाड़ दूँगा!” वो सिसकीं, “चोद… और जोर से चोद… मेरी टाइट चूत और चौड़ी गांड दोनों हार्डकोर से फाड़ डाल!”

सुबह हुई, और मैं सविता आंटी की बाहों में नंगी पड़ा था। उनकी टाइट चूत सूजकर लाल हो गई थी, चौड़ी गांड फटकर दर्द से काँप रही थी, और उनकी टाइट चूचियाँ मेरे दबाने से नीले पड़ गए थे। वो बोलीं, “राहुल, तेरा मोटा लंड मेरी टाइट चूत और चौड़ी गांड का राजा है।” मैंने उनका मोटा लंड को मुँह में लिया और चूसते हुए बोला, “आंटी, मेरी टाइट चूत को फिर हार्डकोर से चोद, इसे फाड़ डाल… मेरी चौड़ी गांड को भी हार्डकोर से भोसड़ा बना डाल!” हमने सुबह की गरम, हार्डकोर चुदाई शुरू की, और यह एक वाइल्ड, हॉट, और सेक्सी रात और सुबह थी, जो कभी खत्म नहीं हुई।