पापा के दोस्त ने मुझे चोदा : My First Sex Story, Meri Pahli Chudai ki Kahani : papa ke dost ne resort me meri chudai ki sex kahani : जवानी खूबसूरत पल होता है इस पल का इंजॉय हर एक लड़की को करना चाहिए। ऐसा मैं इसलिए कह रही हूं, मैंने भी काफी इंतजार किया था आपने 18 साल होने का। 18 साल होने पर एक अलग है मजा आता जिंदगी का, पर 18 साल जब हो जाए तो समय थोड़ा बचकर रहना चाहिए। क्योंकि आपकी जवानी पर कई लोगों की निगाहें होती है। इसलिए जवानी किसको सौंपने है यह भी जानकारी होना बहुत जरूरी है। पहली बार जो लड़की सेक्स करते हैं एक यादगार होता है हमेशा के लिए याद करता है इसलिए पहली बार अपने आप को किसी और को सौंपने से पहले 10 बार सोच लें। आप ऐसे लोगों को ही अपनी जवानी सौंपे, जिसके लिए कभी आपको रिग्रेटनहीं होना पड़े।
आज मैं आपको अपनी सेक्स कहानी इस वेबसाइट पर डालने जा रही हूँ। ताकि आप सब भी मेरी कहानी का मजा ले सकें। मेरी कहानी बहुत ही हॉट और सेक्सी है और आशा करती हूँ आपको बहुत मजा आएगा मेरी सेक्सी कहानी को पढ़कर और महसूस कर। मेरी ये पहली कहानी है मेरी सेक्स कहानी डॉट कॉम पर। जब मुझे ये पता चला की यही एक ऐसी वेबसाइट पर जहाँ पर महिलाएं और लड़कियां अपनी सेक्स कहानी पोस्ट करती है। जिसके ज़िंदगी में जो यादें होती है अपनी चुदाई को लेकर यानी सेक्स समबन्ध को लेकर।
कई कहानियां मुझे बहुत ही हॉट और सेक्सी लगती है और कई बहुत दुखदाई क्यों की सभी लोगो अपनी अपनी कहानी लिखते हैं कोई मजे के लिए तो कोई मजबूरी में। तो आइये मेरी सुन लीजिए मेरी मजबूरी नहीं है। मैं तो मजे के लिए ही अपने पापा के दोस्त से चुद गई वो भी अपनी १८वी बर्थडे पर, आज मैं आपको अपनी सेक्स कहानी सूना रही हूँ। आप कमेंट जरूर कीजिये ताकि मैं और भी हॉट और सेक्सी कहानी लिख सकूँ चुद कर। क्यों की जिस औरत का या लड़की का जितना ज्यादा यार होता है चुदाई करने वाला होता है वो उतना ही ज्यादा हॉट और सेक्सी और खुश होती है।
जैसा की आपको पता है मैं अठारह साल की हूँ मेरा नाम दीप्ती है। मैं छोटी हूँ मेरे से बड़ी एक बहन है। पापा मम्मी दोनों उत्तर प्रदेश से हैं और दिल्ली में रहते हैं। पापा एक फैक्ट्री में मैनेजर हैं और मेरी माँ का बुटीक है। तो आइये जानते है ऐसा क्या हुआ की मेरी मम्मी और पापा दोनों ही मुझे चुदने के लिए छोड़ दिए। वो भी अठारहवीं सालगिरह पर।
मेरे पापा के दोस्त बहुत ही पैसे वाले हैं हॉट और सेक्सी हैं उनकी शादी तो हो चुकी थी पर उनकी बीवी उनके साथ नहीं रहती है तो वो अकेले ही रहते हैं। पापा और मम्मी उनकी बहुत इज्जत करते हैं क्यों की जब भी कोई मुश्किल आई परिवार पर उन्होंने साथ दिया चाहे शरीर से हो या पैसे से। सच तो ये हैं दोस्तों मेरे पापा की इनकम उतनी अच्छी नहीं है। फिर भी हमलोगों की ज़िंदगी बहुत ही शानदार तरीके से चल रही है। अब आप ये सोच रहे होंगे की आखिर एक गरीब आदमी का दोस्त इतना आमिर और फिर दोस्ती ये कैसे संभव है क्यों की गरीब का गरीब दोस्त और अमीर का अमीर दोस्त होता है ऐसा मैंने देखा है।
मुझे तो लगता है की पापा शायद मम्मी को शेयर करते होंगे क्यों की हाव भाव ऐसा ही मुझे लगता है पर ये सच है या नहीं इसके लिए मुझे और समय लगेगा जानने में। पर हाँ कुछ ना कुछ जरूर है दोनों के बिच में।
अंकल ने पुरे परिवार के लिए मेरी जन्मदिन पर कपडे लाये और मेरे लिए सोने का कान वाली
मेरे बर्थडे वाले दिन पापा के दोस्त ने मेरे लिए कपडे एक सोने का कान वाला मम्मी के लिए बनारसी साडी और पापा के लिए पठानी सूट लेकर आये और केक भी वही लाये थे। रात के करीब आठ बजे केक काटा गया और हम सबने खूब एन्जॉय किया। खाना सबने खाया और पापा के दोस्त बोले मुझे जल्दी जाना होगा मुझे गुडगाँव वाले रिसोर्ट में काम है। असल में उनका दो दो रिसोर्ट है एक गुडगाँव में एक मनाली में दोनों हॉलिडे के लिए बुक होता है।
तो उन्होंने मजाक मजाक में ही बोल दिया चल दीप्ती तेरा बर्थडे और भी ज्यादा यादगार हो जायेगा। आज मजे करना। पापा बोले अरे वाह ऐसा बर्थडे तो सबका होने चाहिए बताओ तुम्हे तो रिसोर्ट का पैकेज मिल गया। चली जा ऐसे भी कल संडे है। मुझे तो फुर्सत नहीं है कल भी नहीं तो हमलोग भी चले जाते। मम्मी बोली हां हां चली जाओ मजे करना पूल में नहाना अच्छा अच्छा खाना खाना कल भी एन्जॉय कर के आना। पापा के दोस्त बोले हां हां चलो चलो।
अंकल के साथ उनके रिसोर्ट पर गई रात में
मुझे भी मन हो गया क्यों की मैं पहले से सोच ली थी की मैं इस बर्थडे को यादगार बनाउंगी। वो हम दोनों निकल पड़े और वह डेढ़ घंटे में पहुंच भी गए। शानदार रिसोर्ट है उनका। वह पहुंच कर मैं डीलक्स रूम जिसको अंकल यूज़ करते हैं रहने के लिए वही पर मुझे ठहरा दिया और बोले मैं एक घंटे में आता हूँ। मैं इतने में पूल में चली गयी वह और भी लोग एन्जॉय कर रहे थे बियर पी रहे थे मस्ती कर रहे थे अपनी बीवी के साथ अपनी गर्लफ्रेंड के साथ।
ये सब देखकर मुझे भी कुछ कुछ होने लगा और मैं वहां से वापस अपने कमरे में आ गयी। कमरे में जैसे पहुंची अंकल बैठे थे और शराब पी रहे थे चिकन था वो खा रहे थे। उन्होंने देखते ही कहा अरे कहा चली गयी देखो देखो मैंने तुम्हारे लिए ये सब का इंतज़ाम किया पर मैंने मना कर दिया की शराब नहीं पिऊँगी। उन्होंने कहा ठीक है ब्रेजर पी लो फिर मैंने ब्रीजर पी लिया। फिर वो मुझे ख्वाब दिखने लगे की तुम मेरे से जुड़ कर रहना अब तुम अठारह साल की हो गयी है। तुम बालिक हो गयी है। तुम ज़िंदगी को जिओ अपने पैर पर खड़ा हो। मैं तुम्हारे साथ हूँ।
आज मुझे कुछ कुछ हो रहा था ऐसा लग रहा था मैं वाकई में जवान और अठारह साल की हो गयी हूँ और अपने फैसले खुद ले सकती हूँ। मुझे लगा की कोई शख्स अगर आगे बढ़ा सकता है तो ये हैं इसलिए मुझे इनके साथ घुलमिल कर रहना होगा और कुछ खोना होगा अगर मुझे कुछ पाने हैं तो। ये सब सोच ही रही थी की वो मेरे बगल में आकर बैठ गए। बोले आज तुम बहुत ही खूबसूरत और हॉट लग रही हो। मैं भी बोल दी आप भी तो हॉट और खूबसूरत लग रहे हो इतना सुनते ही वो बोले क्या तुम्हे मुझे प्यार हो गया। तो मैं बोली नहीं नहीं दोस्ती कर सकती हूँ प्यार नहीं।
उन्होंने कहा आजकल दोसतीं में सबकुछ होता है पता है तुम्हे। प्यार में तो थोड़ा इज्जत भी दी जाती है दोस्ती तो आजकल खुलकर हो रहा है दोस्ती वही करते है जिनको सेक्स करना होता है। मैंने कहा तो मैं कहा मना कर रही हूँ। और हसने लगी. उन्होंने कहा अगर तुम मेरी दोस्त बनती हो तो आज से ये समझ लो एक लाख का महीना कमाने लगी। और इस पैसे के बारे में अपने घरवालों को भी नहीं बताओ। मैंने कहा क्यों बताउंगी आप मेरा अकाउंट खुलवा देना और दे देना एक लाख। उन्होंने कहा हां मजाक नहीं कर रहा हूँ।
उन्होंने उसी समय मोबाइल उठाया और फ़ोन किया। अरे रवि सो तो नहीं गया यार एक जरुरी अकाउंट खुलवाने है कल रिसोर्ट पर आ जाना उन्होंने एक बनकर को फ़ोन कर दिया। मुझे तसल्ली हो गयी क्यों की वो इतना जल्दी ये सब कर दिया और फिर उन्होंने अपने बेग से एक लाख का गड्डी मुझे देकर बोलै ले कल बैंक वाला आएगा तुम अपने हाथों से सेना खाते में जमा करने के लिए। मैं ले ली और अपने बेग में रख ली। तो मेरे और करीब आ गए और मेरी आँखों में झाँकने लगे। धीरे धीरे मैं भी कब उनके आँखों में समा गयी पता ही नहीं चला और मैंने कब अपना होठ उनके होठ पर रख दिया और क्यों मुझे समझ ही नहीं आया।
उन्होंने मेरे सारे कपडे उतार मुझे नंगा कर दिया
फिर क्या था दोस्तों वही से शुरआत हो गए मेरी जवानी लुटाने का। पर मैंने सही हाथ में अपनी जवानी सौंप रही थी जैसा की ऊपर बताई हूँ अपनी जवानी सोच समझ कर ही लुटाने चाहिए। धीरे धीरे हम दोनों बेड पर आ गए उन्होंने मेरे सारे कपडे उतार दिए। मेरी छोटी छोटी चूचियां जो निम्बू से थोड़ी बड़ी थी उनको पुरे मुँह में ले रहे थे चूस रहे थे ऐसा लग रहा था एक निम्बू में छेद कर वो पूरी रास चूस लेना चाहते हो ऐसा ही वो मेरी बूब्स के साथ कर रहे थे।
उन्होंने मेरी चूत को सहलाना शुरू कर दिया। मुझे घबराहट होने लगी थी क्यों की ऐसा मैंने पहले कभी नहीं किया था। उन्होने अपनी ऊँगली मेरी चूत में घुसाने लगे। दर्द भी हो रहा था पर एहसास गजब का था। मैं कामुक हो रही थी मैं खुद को रोक नहीं पा रही थी इसलिए बार बार मैं उनके होठ को चूसने लगती। वो मेरे पुरे शरीर को सहला रहे थे मैं पागल हो रही थी। मैं बार बार ओह्ह्ह्हह्ह की आवाज निकालती। उफ्फ्फफ्फ्फ़ करती और फिर उनके होठ को चूसने लगती। वो कभी चूत कभी गांड कभी होठ कभी बगल कभी जांघ कभी गर्दन कभी पीठ कभी मेरी नाभि हरेक जगह वो छेड़ रहे थे सहला रहे थे और चूम रहे थे।
अब मेरी चुदाई की बारी आई
उन्होंने मेरे दोनों पैरों को अलग अलग किया और अपना लंड मेरी चूत पर लगाया और हौले हौले से घुसाने लगे बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी उनका मोटा लंड बहोत लम्बा भी था। पहली चुदाई थी तो डर भी लग रहा था। पर वो हरेक झटके पर आधे इंच घुसा देते और जब मैं आआआआ करती तो रूक जाते जब मेरी चूत गीली हो गयी पानी बाहर आने लगा तब उन्होंने एक जोर से झटका दिया और मेरी चूत फट गयी और आधा लंड अंदर चला गया। फिर वो हौले हौले से देदे कर पूरा लंड मेरी चूत में घुसा दिया और मैं दर्द से कराह उठी। करीब दस मिनट तक काफी दर्द हुआ फिर आराम लगने लगा।
अब वो मुझे जोर जोर से चोदने लगे। मैं आह आह करती तो वो और भी ज्यादा कामुक हो जाते थे। उन्होंने मुझे मिस्सिनरी स्टाइल में पूरी रात चोदा। मैं उनके अंदर समा जाती जाती क्यों की मैं छोटी सी और वो लम्बे चौड़े। वो जब ऊपर से मुझे चोदते तो मेरी दोनों घुटने ही बाहर दिखाई देते। पर दोस्तों बहोत मजा आ रहा था। उन्होंने मुझे उलट कर पलट कर खूब चोदा मैं खूब मजे की। जब मैं दो तीन बार झड़ गयी और मेरे जाँघों में और पेट में दर्द होने लगा तो वो अपना वीर्य मेरी बूब्स पर निकाले। फिर हमदोनो पूल में गए रात के करीब दो बज गए थे। हम दोनों पूल में करीब एक घंटे तक रहे।
उनका स्टाफ पेग ला रहा था और मैं उनके करीब ही रही जब कोई नहीं दीखता तो मैं चूम लेती उन्हें। हम दोनों के बिच एक गजब की केमिस्ट्री बन गयी है। बहुत ही खूबसूरत अब लगता है ज़िंदगी बहुत हसीं है और मैं सही जगह पर हूँ। अब आप ही बताओ इस प्यार का क्या नाम देंगे ? कमेंट कर के जरूर बताएं प्लीज।
Muze bhi ek chanse do
Supppper se bhi upper ,, gazab
Meri mail I’d per reply do dear