maami ki chudai jab mama ghar par nahi tha, hindi sex story : मेरा नाम विवेक है, और मैं 23 साल का एक जवान, गठीला लड़का हूँ। मेरा 8 इंच का मोटा, काला लंड किसी भी औरत की चूत में आग लगा देता है। मेरे मामा, अजय, 40 साल के हैं, और उनकी पत्नी, मेरी मामी सोनिया, 34 साल की एक हॉट, चुदास भरी औरत है। सोनिया का गोरा, भरा हुआ बदन, बड़ी-बड़ी चूचियाँ, गोल गांड, और पतली कमर हर मर्द के लंड को तड़पा देता है। उसके रसीले होंठ, गुलाबी निप्पल, और गीली चूत चुदाई का खुला न्योता देते हैं। उसकी मादक आँखें और मटकती चाल मुझे हमेशा पागल कर देती थी। मामा का ट्रांसपोर्ट बिजनेस उन्हें अक्सर बाहर ले जाता था, और सोनिया मामी की गरम चूत की भूख मेरी नजरों से छुपी नहीं थी। ये कहानी उस रात की है, जब मामा घर पर नहीं थे, और मैंने सोनिया मामी की चूत और गांड को अपने मोटे लंड से चोदकर उनकी चुदास मिटाई।
मैं गर्मियों की छुट्टियों में मामा के घर रहने आया था। सोनिया मामी की चुदास भरी नजरें मुझे पहले दिन से ही बेचैन कर रही थीं। जब भी मैं उनके सामने बिना शर्ट के घूमता, उनकी आँखें मेरे गठीले सीने और पैंट में उभरे लंड के उभार पर अटक जाती थीं। एक बार, जब मैं नहाकर सिर्फ तौलिया लपेटे बाहर आया, सोनिया मामी ने मेरे लंड के उभार को घूरते हुए अपने होंठ चाट लिए। मेरी चूत में सिहरन दौड़ गई, और मैं समझ गया कि मामी की चूत मेरे लंड की भूखी है। मामा की अनुपस्थिति में, सोनिया अक्सर टाइट साड़ी या नाइटी पहनती, जो उनकी चूचियों और गांड को उजागर करती थी। उनकी मटकती गांड और उभरे निप्पल मेरे लंड को तड़पाते थे, और मैं हर रात उनकी चूत को चोदने के सपने देखता था।
उस दिन मामा एक हफ्ते के लिए गुजरात गए थे। मैं और सोनिया मामी घर पर अकेले थे। सुबह जब मैं जिम से लौटा, सोनिया रसोई में खाना बना रही थीं। उन्होंने एक पतली, नीली साड़ी पहनी थी, जो उनकी चूचियों और गांड को पूरी तरह उजागर कर रही थी। साड़ी का पल्लू इतना पतला था कि उनके गुलाबी निप्पल साफ दिख रहे थे, और उन्होंने अंदर ब्रा नहीं पहनी थी। उनकी नंगी कमर और गहरी नाभि मेरे लंड को तना रही थी। मैंने जानबूझकर अपनी टाइट बनियान उतारी और सिर्फ शॉर्ट्स में उनके पास गया। “मामी, आप आज बहुत हॉट लग रही हो,” मैंने शरारत से कहा। सोनिया ने मादक मुस्कान दी और बोली, “विवेक, तेरा ये गठीला बदन भी तो मेरी चूत को बेचैन कर रहा है।” उनकी बात सुनकर मेरा लंड और तन गया।
रात के 10 बजे, मैं सोनिया मामी के कमरे में गया। वह बिस्तर पर लेटी थीं, और उनकी साड़ी उनकी जाँघों तक सरकी हुई थी। उनकी गीली चूत की हल्की सी झलक दिख रही थी, और मेरी चुदास पागल हो रही थी। मैंने दरवाजा बंद किया और उनके पास बैठ गया। “मामी, आपकी चूत की गर्मी मुझे महसूस हो रही है,” मैंने फुसफुसाते हुए कहा। सोनिया ने अपनी जाँघें और चौड़ी कीं और बोली, “विवेक, मेरी चूत तेरे मोटे लंड के लिए तड़प रही है। इसे चोदकर ठंडा कर दे।” उनकी बात ने मेरे लंड में आग लगा दी। मैंने उनकी साड़ी को फाड़कर उतार दिया, और उनकी बड़ी, नंगी चूचियाँ मेरे सामने उछल पड़ीं। उनके निप्पल सख्त और गुलाबी थे, और उनकी चिकनी, गीली चूत और गोल गांड मेरे सामने नंगी थी। उनका चूत का रस उनकी जाँघों पर टपक रहा था।
मैंने सोनिया मामी के एक चूचे को मुँह में लिया और जोर-जोर से चूसने लगा, जैसे कोई भूखा शेर अपनी शिकार को चबा रहा हो। मेरी जीभ उनके निप्पल को चाट रही थी, और उनकी सिसकारियाँ कमरे में गूँज रही थीं। मैंने उनके दूसरे चूचे को अपनी उंगलियों से मसला, और उनके गुलाबी निप्पल को खींचकर उनकी चीखें निकाल दीं। सोनिया ने मेरी शॉर्ट्स उतार दी, और मेरा 8 इंच का मोटा, काला लंड उनके सामने तन गया। उनकी आँखें चुदास से चमक उठीं। “विवेक, तेरा लंड मेरी चूत को चोदने के लिए बना है,” उन्होंने मादहोश होकर कहा, और मेरे लंड को अपने रसीले होंठों में लिया। वह मेरे लंड को गहराई तक चूस रही थीं, और मेरी सिसकारियाँ निकल रही थीं। मैंने उनके बाल पकड़कर उनका मुँह अपने लंड पर और जोर से दबाया, और वह मेरे लंड को चाट रही थीं।
मैंने सोनिया मामी को बिस्तर पर लिटाया और उनकी जाँघें चौड़ी कीं। मैंने अपनी जीभ से उनकी चूत को चाटना शुरू किया, और मेरी जीभ उनकी चूत के दाने को चूस रही थी। सोनिया अपनी गांड को हिलाकर मेरा मुँह अपनी चूत में और गहरा दबा रही थीं। मैंने उनकी गांड के छेद को अपनी उंगली से सहलाया, और उनकी चूचियाँ हवा में उछल रही थीं। उनकी चूत से रस टपक रहा था, और वह चुदास में चीख रही थीं। “विवेक… मेरी चूत को चोद… मेरी भूख मिटा,” उन्होंने सिसकारी के साथ कहा। मैंने अपना मोटा, काला लंड उनकी गीली चूत में डाल दिया, और सोनिया चीख पड़ीं। मेरा लंड उनकी चूत को चीर रहा था, लेकिन दर्द जल्दी ही मादक सुख में बदल गया। मैं जोर-जोर से धक्के मारने लगा, और उनके चूचे हर धक्के के साथ उछल रहे थे।
मैंने उनकी गांड को हिलाकर मेरा लंड और गहरा लिया, और उनकी सिसकारियाँ पूरे घर में गूँज रही थीं। मैंने उनके चूचियों को मसला, उनके निप्पलों को चूसा, और उनकी चूत को अपने लंड से रगड़ने लगा। उनकी चूत से रस टपक रहा था, और मेरा लंड उनकी चूत की गहराई तक जा रहा था। “विवेक… मेरी चूत को और जोर से चोद… इसे फाड़ दे,” सोनिया ने चुदास में चीखते हुए कहा। मैंने उन्हें घोड़ी बनाया और उनकी गोल गांड को थप्पड़ मारते हुए अपना लंड उनकी चूत में फिर से डाल दिया। मेरा लंड उनकी चूत को चीर रहा था, और वह चुदास में चीख रही थीं। मैंने उनकी गांड के छेद को अपनी उंगली से सहलाया, और फिर धीरे-धीरे अपना मोटा लंड उनकी गांड में डाल दिया। सोनिया दर्द और सुख में चीख पड़ीं, लेकिन उनकी गांड ने जल्दी ही मेरे लंड को गले लगा लिया।
मैं उनकी गांड को जमकर चोद रहा था, और उनके चूचे हवा में उछल रहे थे। “विवेक… मेरी गांड को चोद… मेरी चूत को सुजा दे,” सोनिया ने चुदास में चीखते हुए कहा। मैंने उनके चूचियों को मसला, उनकी गांड को थप्पड़ मारे, और उनकी चूत और गांड को बारी-बारी चोदा। उनकी चूत बार-बार झड़ रही थी, और उनका रस मेरी जाँघों पर टपक रहा था। चुदाई का दौर घंटों चला। मैंने सोनिया मामी को अलग-अलग पोजीशन में चोदा। एक बार मैंने उन्हें अपनी गोद में बिठाया और उनकी चूत में अपना लंड डालकर जोर-जोर से उछाला। उनके चूचे मेरे चेहरे पर उछल रहे थे, और मैं उनके निप्पलों को चूस रहा था। फिर मैंने उन्हें दीवार के सहारे खड़ा किया और उनकी चूत में अपना लंड डालकर जोर-जोर से धक्के मारे। उनकी चीखें और सिसकारियाँ पूरे घर में गूँज रही थीं।
“विवेक, मैं तेरी चूत में झड़ने वाला हूँ,” मैंने गुर्राते हुए कहा। “हाँ, विवेक… मेरी चूत को अपने वीर्य से भर दे,” सोनिया ने चुदास में चीखते हुए कहा। मैंने अपने धक्के और तेज किए, और फिर अपने गर्म, गाढ़े वीर्य की पिचकारी उनकी चूत में मारी। सोनिया सुख से चीख पड़ीं, और उनकी चूत मेरे वीर्य से लबालब भर गई। मैंने उनके चूचियों, रसीले होंठों, और पूरे बदन पर अपना वीर्य छोड़ा, और उन्होंने उसे अपनी जीभ से चाट लिया। उनका बदन मेरे वीर्य से गीला और चिपचिपा हो गया था। हम दोनों हाँफ रहे थे, और उनकी चूत और गांड चुदाई से सुज गई थी।
उस रात के बाद, सोनिया मामी की चूत मेरे लंड की गुलाम बन गई। हर बार जब मामा घर पर नहीं होते, मैं उनकी चूत को चोदता। एक बार मैंने उन्हें रसोई में चोदा। उन्होंने एक टाइट नाइटी पहनी थी, और मैंने उनकी नाइटी ऊपर उठाकर उनकी चूत में अपना लंड डाल दिया। वह काउंटर पर झुकी थीं, और मैं उनकी गांड को थप्पड़ मारते हुए उनकी चूत को चोद रहा था। उनकी चीखें रसोई में गूँज रही थीं, और उनकी चूत मेरे वीर्य से भर गई। दूसरी बार, मैंने उन्हें बाथरूम में शावर के नीचे चोदा। पानी उनके चूचों पर टपक रहा था, और मैं उनकी चूत और गांड को अपने लंड से चोद रहा था। उनकी सिसकारियाँ बाथरूम में गूँज रही थीं।
कभी-कभी, जब मैं सुबह उठता, सोनिया मामी मुझे अपने कमरे में बुलातीं। एक सुबह, उन्होंने मुझे बिस्तर पर खींच लिया और मेरे लंड को अपने मुँह में लिया। मैंने उनकी चूत को अपनी जीभ से चाटा, और फिर उनकी चूत में अपना लंड डालकर जोर-जोर से चोदा। उनकी चूत मेरे वीर्य से चमक रही थी, और उनकी सिसकारियाँ मुझे पागल कर रही थीं। “विवेक, तेरा लंड मेरी चूत की भूख मिटाता है,” उन्होंने फुसफुसाया। मैंने उनकी चूचियों को सहलाया और कहा, “मामी, जब तक मैं हूँ, आपकी चूत कभी भूखी नहीं रहेगी।”
जब मामा वापस आए, सोनिया मामी ने मेरी ओर मादक मुस्कान दी। “विवेक, तेरे मामा को कुछ नहीं पता, लेकिन मेरी चूत अब तेरे लंड की गुलाम है,” उन्होंने फुसफुसाया। मैंने उनकी गांड को चुपके से दबाया और कहा, “मामी, जब भी मामा बाहर जाएँ, मेरी चूत आपकी चुदाई के लिए तैयार है।” उनकी चूत फिर से चुदाई के लिए तड़प उठी, और मैंने सोचा कि सोनिया मामी की चुदाई मेरी जिंदगी का सबसे मादक अनुभव बन गया है।