Two Sister Sex Story, Papa ke dost ne choda, Chudai ki kahani do bahno ki : मेरा नाम राखी है और मेरी छोटी बहन का नाम दीप्ति है। मेरी उम्र 22 साल है और दीप्ति मेरे से 1 साल छोटी है। आज मैं आपको एक अपनी सेक्स कहानी मेरे सेक्स कहानी डॉट कॉम के माध्यम से कहने जा रही हूँ। एक हमारे अंकल पड़ोस में रहते हैं। सगे नहीं है वह पापा के दोस्त हैं। मम्मी के दुलारे हैं, मम्मी बहुत पसंद करते हैं उनको। तो जब एक घर में आदमी पसंद करता हूं किसी को और उसी आदमी को औरत भी पसंद करती हो। तो समझ लीजिए वह इंसान कितना खास हो जाता है।
जब उन दोनों को प्यारे हैं हम दोनों बहनों के भी रिस्पेक्टेड है। और कई बार लोग इसी में धोखा खा जाते हैं जैसा कि मैंने खाया है और दीप्ति ने खाया है। एक रात मुझे वहां यानी कि उनके घर पर रुकने का मौका मिला। क्योंकि मेरे मम्मी और पापा नानी की तबीयत खराब थी इसलिए वह देखने चले गए थे। तो उन्होंने कहा क्यों नहीं के घर पर जाकर सो जाना। आंटी अंकल हैं तुम दोनों का ख्याल रखेंगे।
जिस अंकल कि मैं बात कर रही हूं। वह उम्र में भी काफी छोटे हैं पापा से करीब 10 साल के छोटे होंगे। उनकी शादी के हुए भी भी बहुत ज्यादा दिन नहीं हुआ है। तो आंटी भी हॉट लगती हैं अभी कोई बच्चा नहीं है उनको। कई बार लगता है कि उनको आंटी ना बोल कर भाभी बोलूं पर यह रिश्ता बहुत पुरानी है इसलिए अंकल और आंटी ही बोलते हैं।
शाम के 6:00 बजे ही नानी के घर से खबर आया था कि नानी की तबीयत ठीक नहीं है। मम्मी पापा उसी समय अंकल को फोन कर दिए कि आज दीप्ति और मैं वहीं पर रहूंगी क्योंकि आजकल जवान लड़की को घर पर नहीं छोड़ना चाहिए इस वजह से मैं चाहती हूं कि आपके यहां रुके। अंकल आंटी इसमें कोई दिक्कत ही नहीं है उन्होंने कहा हां क्यों नहीं अपना घर है आकर रुके।
हम उन दोनों के घर करीब 8:00 बजे पहुंच गए लेकिन एक गड़बड़ हो गई। आंटी मल्टीनेशनल कंपनी में काम करती है। उनके ऑफिस से फोन आ गया कि आज आपको रात को आना है क्योंकि एक जरूरी मीटिंग यूएसए से है। आंटी के लिए गाड़ी आ गया उनके ऑफिस से और वह 9:00 बजे के करीब अपने ऑफिस चली गई। मैं और दीप्ति और अंकल अब तीनों थे। हम तीनों ने खाना पीना खाया और टीवी देखने लगे दीप्ति को जल्दी नींद आ गई जिस कमरे में हम दोनों को सुना था वही चली गई अब सो गई। पर मैं और अंकल दोनों नेटफ्लिक्स पर मूवी देख रहे थे।
नेटफ्लिक्स के बारे में तो पता ही है दोस्तों एडल्ट मूवी की तरह सीरियल होते हैं। सीरीज देखते देखते मेरे मन में कुछ कुछ होने लगा था। अंकल भी बार-बार मुझे देख रहे थे और मैं भी उनको देख रही थी। रात के 11:00 बजे उन्होंने पूछा। राखी क्या तुम बियर पीती हो। मैंने कहा नहीं अंकल एक बार भी थी मेरे एक दोस्त का बर्थडे था तो उसने पिला दिया था। उन्होंने कहा फिर व्हिस्की पी लो। मैं चुप रही वह समझ गए कि मेरा मन कर रहा है। सच दोस्तों मेरा मन कर रहा था क्योंकि इसके मैंने कई बार भी है अपने दोस्तों के साथ और बहुत अच्छा लगता है मुझे मन शांत हो जाता है।

उन्होंने व्हिस्की निकाला दो पैग बनाया और हम दोनों 11:00 बजे पीना शुरू की और 12:00 बजे तक। हम दोनों नशे में आ गए और नशे में आते-आते एक दूसरे के करीब भी आ गए। उन्होंने मुझे ऑफर किया कि क्या तुम आज मेरे साथ सो सकती हो। मैंने कहा कि सोने का मतलब? उन्होंने कहा बस हम दोनों साथ सोते हैं और एक दूसरे के करीब आ जाते हैं। मैं पहले से अंकल को पसंद करती थी तो बात बढ़ने में देर नहीं लगी और हमने हां कह दिया।
अंकल मुझे अपनी बाहों में ले लिए। मेरे होंठ को चूसने लगे चुम्मा लेने लगे मेरे गर्दन पर मैं अपने आप को बर्दाश्त नहीं कर पाए और अपने पूरे कपड़े खोल दे। उन्होंने भी सारे कपड़े उतार दिए यहां से शुरुआत हो गई उस रात की वासना रात। दोस्तों उनका मोटा लंड छोटी चूत। जब उनका लंड मेरी चूत में गया तो मैं फफक कर रोने लगी। क्योंकि मेरे से बर्दाश्त नहीं हो पा रहा था उनका मोटा लंड। अबू जोर जोर से चोदने लगे और मेरे चुचियों को मसलने लगे। ऐसी चुदाई की उन्होंने कि मेरे पेट में दर्द हो गया। मेरे बूब्स को इतना मसला उन्होंने के बूब्स में सूजन आ गई. पर मैं भी नशे में थी और वह भी नशे में थे इस वजह से एक दूसरे को सहयोग कर रहे थे।
1 घंटे के चुदाई के बाद हम दोनों निढाल हो गए और एक दूसरे को पकड़ कर सो गए। अंकल पेशाब करने के लिए बाहर बाथरूम में गए और वहीं पर दीप्ति सोई हुई थी सामने वाले रूम में. दीप्ति ने क्या किया था दोस्तों मोबाइल पर मेरे सेक्स कहानी डॉट कॉम पढ़ते पढ़ते सो गई। दीप्ति अपने चुचियों को शायद में चल रही होगी। क्योंकि उसकी चूचियां खुली हुई थी कपड़े ऊपर थे और नाडा भी खुला हुआ था जाने कि उसने कहानियां पढ़ कर अपनी चुचियों को भी दबाया और अपने चूत को भी सह लाया।
अंकल यह देखकर हैरान रह गए और खुद को रोक नहीं पाए और दीप्ति के पास जाकर उसके बूब्स को होले होले सहलाने लगे। धीरे धीरे उसी बेड पर उसके बगल में लेट गए। मैं भी बाहर आई देखने कि वह कहां है इतनी देर से नहीं आए तो मैं देख कर हैरान हो गई कि वह दीप्ति के बगल में सोए हुए थे। और दीप्ति के जिस्म से खेल रहे थे और दीप्ति नींद में थी। उन्होंने अपना लंड निकाला पीछे से दीप्ति के पेंट को खोला और लगाकर चूत के छेद पर घुसाने की कोशिश करने लगे तभी दीप्ति जाग गई।
दीप्ति यहां क्या कर रहे हो। अंकल बोले मुझे पता है तुम सेक्स कहानियां पढ़ती हो सेक्स मूवी देखती हो। क्योंकि तुमने अपने सारे कपड़े अस्त-व्यस्त कर रखे थे तुम्हारे बूब्स बाहर निकले हुए थे तुम्हारा नाम खुला हुआ था। यह देखकर मैं बर्दाश्त नहीं कर पाया इसमें तुम्हारे बगल में सो गया आज मैं तुमको खुश करना चाहता हूं मैंने राखी को भी खुश किया है। तभी राखी अंदर आकर और हां आज बहुत मजा आया।
मुझे बोलिए कि फिर तुम जहां क्या कर रही हो तुम अपने कमरे में जाओ तुमने अंकल से मजे ले लिए अब मुझे लेने दे। मैं भी अपने कमरे में चली गई दोस्तों थोड़ी देर बाद ही तेज तेज आवाज आने लगे। और जोर से चोदो मुझे और जोर से चोदो मुझे। मेरे चुचियों को मसलओ मेरे गांड में उंगली करो। और जोर से घुसाओ अपने लंड को मेरी चूत में। भागकर दीप्ति के कमरे के पास पहुंचे तो देखी दीप्ति गांड उठा उठा कर चुदवा रही है। मैं हैरान हो गई मेरी छोटी बहन मेरे से भी बढ़कर चुदाई का मजा ले रही है।
दोस्तों मैं वहीं खड़ा होकर देखने लगा और दीप्ति एक से पोजीशन को ट्राई कर रही थी और चुदवा रही थी। करीब 1 घंटे तक अंकल उसको भी चोदे फिर शांत हुए। फिर क्या था दोस्तों अब दोनों बहन एक ही कमरे में आ गए और अंकल बीच में सोए और हम दोनों बहन अलग-अलग उन्हें के बगल में। वह पूरी रात हम दोनों बहनों को छेड़ते रहे कभी चूचियां दबा दे कभी गांड में उंगली करते कभी चूत में उंगली करते हैं। जो भी था बहुत मजेदार था मजा आ गया था पूरी रात. हम दोनों बहनों को मौका मिलते ही वह चोद देते हैं और हम दोनों बहने भी जब भी चुदाई करवाने होते हैं किसी ना किसी बहाने उनसे मिलकर अपने जिस्म की गर्मी को शांत कर लेते हैं।
Tum apne papa ka loda q nhi try kr leti…. Sali randiyo kya fudu bnaya hai story likhkr 5 minute ko 1 hour bna diya tumne
Muj sa chuda lo